कर्नाटक में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करने वाले राज्यपाल हंसराज भारद्वाज को अल्टीमेटम देते हुए मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि यदि राजभवन से गुरुवार शाम तक दो जून से विधानसभा सत्र आयोजन की मंजूरी नहीं मिली तो वह राज्यव्यापी आंदोलन छेड़ देंगे.
राजनीतिक जंग में दोनों पक्षों के बीच दिखे कुछ देर के मेल मिलाप के एक दिन बाद येदियुरप्पा ने यहां संवाददाताओं से कहा कि गुरुवार शाम तक मुझे राजभवन से खबर मिल जानी चाहिए कि विधानसभा सत्र की अनुमति दे दी गई है अन्यथा वह खुली जीप में राज्यव्यापी भ्रमण शुरू करेंगे और जनमत बनाने के लिए रैलियों को संबोधित करेंगे.
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में मंत्रियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को राज्यपाल से मुलाकात की और उनसे आग्रह किया कि वह पूर्ण बजट पारित करने के लिए सत्र आयोजन की मंजूरी दें.
भारद्वाज ने उनसे कहा कि वह राष्ट्रपति शासन लगाने की अपनी सिफारिश पर केंद्र के फैसले का इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री से सत्र की मंजूरी के मुद्दे पर एक-दो दिन इंतजार करने को कहा.
कांग्रेस सरकार की बख्रास्तगी की मांग को लेकर यहां महात्मा गांधी की प्रतिमा के नजदीक धरने की योजना बना रही है.
वहीं सरकार को बर्खास्त करने के लिए राज्यपाल पर जबर्दस्त दबाव बनाने के मुद्दे पर येदियरुप्पा ने जनता दल (एस) सुप्रीमो एचडी देवगौड़ा और कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस समिति अध्यक्ष जी. परमेश्वर की जमकर खिंचाई की.
उन्होंने भाजपा सरकार को अपदस्थ करने की कोशिश के लिए कांग्रेस पर हमला बोला और कहा कि मुख्य विपक्षी दल जनादेश का सम्मान नहीं कर रहा है.
यह उल्लेख करते हुए कि भाजपा ने हाल के उपचुनाव में सभी तीनों सीटें जीत ली हैं उन्होंने कहा कि कांग्रेस में लोगों का सामना करने की न तो क्षमता है और न ही शक्ति.
येदियुरप्पा ने कहा कि मैंने अब उनके साथ सम्मानजनक व्यवहार किया है. आगे से मैं उनकी अनैतिकता और घोटालों का पर्दाफाश करूंगा. मैं इसे आसानी से नहीं छोड़ूंगा.