बीएसपी के दागी विधायक बाबू सिंह कुशवाहा को पार्टी में शामिल करने को लेकर आरोपों का सामना कर रही बीजेपी ने केंद्र सरकार पर सीबीआई के दुरुपयोग का आरोप लगाया है.
बीजेपी के उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने एक संवादाता सम्मेलन में कहा, बीजेपी हमेशा ही घोटालेबाजों के खिलाफ रही है और उनके खिलाफ पार्टी ने कड़ी कार्रवाई की है.
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी हमेशा भ्रष्टाचार के खिलाफ रही है. नकवी ने बताया कि बीजेपी ने कई घोटाले उजागर किए और उनसे जुड़े सबूत जांच एजेंसियों को सौंपे लेकिन केंद्र के इशारे पर एजेंसियों ने उन घोटालों के सबूत गायब कर दिए.
उन्होंने यूपी में कांग्रेस और बीएसपी के बीच 'महाडील' करने का आरोप लगाया और कहा कि इस महाडील के डीलर राहुल गांधी और दिग्विजय सिंह हैं.
उन्होंने कहा कि अगर दोनों के बीच डील नहीं हुई होती तो आय से अधिक संपत्ति के मामले में मायावती के खिलाफ अभी तक कार्रवाई हो चुकी होती. नकवी ने ताज कोरिडोर घोटाले की चर्चा करते हुए बताया कि इस मामले को खत्म करने के लिए केंद्र सरकार ने आनन-फानन में राज्यपाल भवन का इस्तेमाल किया जिसके बाद सीबीआई ने मामले को खत्म कर दिया.
उन्होंने सवाल उठाया कि आदर्श घोटाले में अबतक एफआईआर क्यों नहीं हुई साथ ही सीडब्ल्यूजी घोटाले में शीला दीक्षित के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई.
कुशवाहा के मामले में सीबीआई की भूमिका पर सवाल उठाते हुए नकवी ने कहा कि क्या सीबीआई के पास कुशवाहा के खिलाफ सबूत उनके बीजेपी में शामिल होने के तुरंत बाद ही आए हैं, इसके पहले सीबीआई क्या कर रही थी.
उन्होंने कहा कि मायावती को सीबीआई ने बचाया है. नकवी ने पूछा कि आखिर क्या वजह है कि 2जी केस में चिदंबरम के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है.
कुशवाहा के पार्टी में शामिल किए जाने के मुद्दे पर नकवी ने कहा कि पार्टी में हरेक को चुनावों में टिकट मिले यह जरूरी नहीं है.