बवाना जेल से रिहा होने के बाद अरविंद केजरीवाल फिर से अपने समर्थकों के साथ संसद मार्ग पर धरना दे रहे हैं. उन्होंने कहा है कि अपनी मांगें पूरी होने तक वे डिगेंगे नहीं, बल्कि जरूरत पड़ने पर फिर गिरफ्तारी देंगे.
'इन्हें सिर्फ देश लूटना आता है'
अरविंद केजरीवाल ने भ्रष्ट राजनेताओं पर हमला करते हुए कि इन्हें राजनीति करना नहीं आता, इन्हें सिर्फ देश को लूटना आता है. उन्होंने कहा कि वे बताएंगे कि राजनीति कैसे की जाती है. राजनीति का मतलब होता है देशसेवा.
'यह करो या मरो की जंग'
अरविंद केजरीवाल को दिल्ली पुलिस ने रिहा कर दिया, जिसके बाद वे सीधे पार्लियामेंट स्ट्रीट पहुंच गए. जेल से रिहा होने के बाद केजरीवाल ने कहा कि ये 'करो या मरो' की जंग है.
फिर संसद मार्ग पर धरना
इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'हम सीधे संसद मार्ग जा रहे हैं. सलमान खुर्शीद के इस्तीफे तक यह लड़ाई जारी रहेगी.' कानून मंत्री सलमान खुर्शीद के इस्तीफे की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन के दौरान शुक्रवार को केजरीवाल को समर्थकों समेत हिरासत में लिया गया था.
सुबह-सुबह किया ट्वीट...
अरविंद केजरीवाल ने शनिवार सुबह ट्विटर पर लिखा, ‘अभी तक बवाना स्टेडियम के भीतर हिरासत में हूं. कानून के मुताबिक उन्हें 24 घंटे के अंदर हम लोगों को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करना होगा. उन्हें दोपहर दो बजे से पहले ऐसा करना होगा.’
'ऑपरेशन धृतराष्ट्र' से मची खलबली
गौरतलब है कि सलमान खुर्शीद द्वारा संचालित एक गैर सरकारी संगठन में अनियमितता बरतने का आरोप लगाते हुए केजरीवाल उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. इन लोगों को हिरासत में लिए जाने के बाद शुक्रवार को बवाना स्थित राजीव गांधी स्टेडियम ले जा गया था. हिरासत में लिए गए लोगों में केजरीवाल के अलावा मनीष सिसौदिया और गोपाल राय भी शामिल हैं.
'कार्यकर्ताओं पर पुलिस कर रही ज्यादती'
केजरीवाल ने कहा है कि कुमार विश्वास भी शनिवार को उनके पास आ जाएंगे. केजरीवाल ने शुक्रवार देर रात एक ट्वीट में आरोप लगाया कि पुलिस चुनिंदा तरीके से स्वयंसेवकों को पकड़ रही है और उनकी पिटाई कर रही है. उन्होंने कहा, ‘यदि सरकार को लगता है कि वह हमें चुप कर सकती है तो यह उसका वहम है. इस तरह की हर घटना देश के लिए लड़ने के हमारे संकल्प को मजबूत करेगी.’
मिला किरण बेदी का साथ
उधर, इस मुद्दे पर किरण बेदी ने ट्वीट किया और लिखा, 'सीएजी द्वारा सलमान खुर्शीद के फर्जीवाड़े की पुष्टि होने के बाद खुर्शीद को मामले की निष्पक्ष जांच होने देनी चाहिए.' साथ ही उन्होंने यह भी लिखा है कि आज जो सिविल सोसायटी कर रही है, वह वास्तव में विपक्ष का काम है. लेकिन वो वोट के चक्कर में निष्क्रिय बैठे हैं.