महज 10 दिन में दूसरी बार मुंबई एक और विमान हादसा होते होते टल गया जब सजग वायु यातायात नियंत्रण कक्ष (एटीसी) ने रनवे पर स्पाइसजेट के विमान के फंसे होने के कारण किंगफिशर की उड़ान को आसमान में चक्कर लगाने को कहा.
गुरुवार को जब घटना घटी तो दो दोनों विमानों में चालक दल के सदस्यों समेत करीब 270 लोग सवार थे. स्पाइसजेट की उड़ान एसजी 206 (मुम्बई से चेन्नई) 109 यात्रियों और तीन बच्चों को लेकर करीब नौ बजे रनवे 27 से उड़ान भरने ही वाला था कि उसमें तकनीकी खराबी हो गयी. करीब करीब उसी समय नयी दिल्ली से पहुंची किंगफिशर एयलाइन उसी रनवे पर उतरने वाला था.
हवाई अड्डे के प्रवक्ता ने बताया कि किंगफिशर एयरलाइन उड़ान आईटी 318 मुम्बई हवाईअड्डे पर उतरने ही वाली थी कि एटीसी ने उड़ान के कैप्टन से उसे कुछ देर तक आसमान में चक्कर लगाने को कहा. कैप्टन ने ऐसा ही किया. इस विमान में 147 यात्री और चालक दल के आठ सदस्य सवार थे. रनवे साफ होने के बाद यह विमान उतरा.
प्रवक्ता के अनुसार स्पाइसजेट और किंगफिशर दोनों ने एटीसी की बात मानी और हादसा टल गया. डीजीसीए के सूत्र के मुताबिक स्पाइसजेट ने तकनीकी खराबी के कारण उड़ान नहीं भरा और वह रनवे 27 से हट गया. इससे पहले भी 27 मई को एक बहुत बड़ा हादसा टल गया था. जेट एयरवेज विमान को अंतिम क्षणों में नहीं उतरने को कहा गया था क्योंकि रनवे पर इंडिगो विमान आ गया था.