क्या अन्ना हजारे का किराये का नया दफ्तर एक कांग्रेस कार्यकर्ता के घर में है?
दक्षिणी दिल्ली के सर्वोदय एन्क्लेव की एजीडेंट्स वेल्फेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) ने रविवार को कहा कि इस इलाके के जिस मकान में अन्ना हजारे ने 50,000 रुपये प्रतिमाह किराये पर एक कमरा लिया है, वह एक कांग्रेस कार्यकर्ता का है. टीम अन्ना ने हालांकि इस बात को अतार्किक बताकर खारिज कर दिया.
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अन्ना ने सर्वोदय एन्क्लेव के मकान नंबर बी-18 में अपने नए दफ्तर का उद्घाटन किया. इसके तुरंत बाद आरडब्ल्यूए ने कहा कि भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ता को किसी गैर राजनीतिक व्यक्ति के मकान में कमरा लेना चाहिए था.
आरडब्ल्यूए की उपाध्यक्ष पायल अग्रवाल ने कहा कि मकान मालिक महेश शर्मा कांग्रेस पार्टी का एक सक्रिय सदस्य है. उसने पिछले नगर निगम चुनाव में पार्षद के लिए पार्टी से टिकट मांगा था.
पायल ने कहा कि हम अन्ना के आंदोलन का समर्थन करते हैं लेकिन एक राजनीतिक व्यक्ति का कमरा किराये पर लिए जाने की निंदा करते हैं. हम इस आंदोलन का हिस्सा बनना चाहते हैं लेकिन अब अन्ना का दफ्तर जिस मकान में है वह एक राजनीतिक पार्टी के सदस्य का है, इसलिए हम इसका हिस्सा नहीं बनेंगे. वहीं, महेश शर्मा ने किसी राजनीतिक पार्टी का सदस्य होने से इंकार किया.
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उन्होंने कहा कि मैंने अपना मकान उन्हें (टीम अन्ना) किराये पर दिया है. मैं अपना मकान किसी को भी दे सकता जो इसे लेना चाहता हो. मैं किसी राजनीतिक पार्टी का सदस्य नहीं हूं.
उधर, टीम अन्ना के एक सदस्य शिवेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि आरडब्ल्यूए का किसी व्यक्ति के किसी पार्टी का समर्थक होने पर सवाल उठाना अतार्किक है.
चौहान ने कहा कि अगर वह (शर्मा) कांग्रेसी हैं और वह पार्टी को वोट देते हैं तो हमारे आंदोलन को किस तरह प्रभावित कर सकते हैं? मकान मासिक किराये पर लिया गया है.