अन्ना हजारे ने कहा कि लोकपाल विधेयक का मसौदा बनाने वाली संयुक्त समिति में शामिल समाज के सदस्य कल फैसला करेंगे कि क्या मजबूत मसौदा नहीं बनने की स्थिति में अनशन शुरू करने से पहले भ्रष्टाचार के खिलाफ देशभर में यात्रा करनी चाहिए.
सरकार के मंत्रियों के साथ होने वाली महत्वपूर्ण बैठक में शामिल होने के लिए रविवार को दिल्ली पहुंचे हजारे ने कहा, ‘हम कल देखेंगे कि पहले राष्ट्रव्यापी दौरा करना चाहिए या नहीं.’
हजारे ने यह भी कहा कि पहले वह अपने पत्र पर आये कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के जवाब को पढ़ेंगे तब कोई प्रतिक्रिया देंगे.
गौरतलब है कि समिति में शामिल कर्नाटक के लोकायुक्त संतोष हेगड़े ने कहा था कि अन्ना के लिए बेहतर होगा कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ देशभर की यात्रा करें और समर्थन जुटायें.
उन्होंने इस बात से इंकार किया कि अनशन के मुद्दे पर उनके और हेगड़े के बीच कोई मतभेद है.