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प्रणब के खिलाफ अन्‍ना हजारे के पास सबूत?

राष्ट्रपति पद के लिए प्रणब मुखर्जी की उम्मीदवारी पर अन्ना हजारे का विचार बदल गया है. अन्ना ने पहले प्रणब को बेहतर उम्मीदवार बताया था, लेकिन अब उनका कहना है कि प्रणब के खिलाफ उनके पास कुछ सबूत मिल गए हैं. अगर जनता के हाथ में चुनाव होता, तो एपीजे अब्दुल कलाम राष्ट्रपति होते

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अन्ना हजारे
अन्ना हजारे

राष्ट्रपति पद के लिए प्रणब मुखर्जी की उम्मीदवारी पर अन्ना हजारे का विचार बदल गया है. अन्ना ने पहले प्रणब को बेहतर उम्मीदवार बताया था, लेकिन अब उनका कहना है कि प्रणब के खिलाफ उनके पास कुछ सबूत मिल गए हैं. अगर जनता के हाथ में चुनाव होता, तो एपीजे अब्दुल कलाम राष्ट्रपति होते.

राष्ट्रपति पद के लिए प्रणब मुखर्जी को लेकर अन्ना हजारे दुविधा में घिर गए हैं. ये वही अन्ना हैं, जिन्होंने सोमवार को प्रणब को यूपीए के बाकी मंत्रियों से बेहतर माना था, लेकिन अब अन्ना कहते हैं कि उनके पास प्रणब के खिलाफ कुछ सबूत आ गए हैं.

आखिर एक ही दिन में प्रणब को लेकर अन्ना को कौन-सा सबूत मिल गया. गौरतलब है कि अन्ना की टीम प्रणब मुखर्जी की दावेदारी का पहले से विरोध कर रही है. टीम अन्ना ने प्रणब पर चार आरोप लगाए हैं:
1- स्कॉर्पिन डील में अभिषेक वर्मा को बचाने का आरोप.
2- नेवी वार रूम केस को हल्का करने का आरोप.
3- चावल निर्यात मामले में आरोप.
4- सेबी के डायरेक्टर की पीएम को लिखी चिट्ठी में प्रणब की करीबी महिला अफसर पर दबाव डालने का आरोप.

ऐसा लगता है कि इन्हीं आरोपों की वजह से अचानक अन्ना ने यू-टर्न ले लिया और अब वो एपीजे अब्दुल कलाम के समर्थन में आ गए हैं. पिछले कुछ मौकों पर अन्ना अपनी टीम से अलग राय जाहिर करते दिखे हैं, लेकिन फिर उन्हें यू-टर्न लेना पड़ा. क्या अन्ना किसी दुविधा के शिकार हो गए हैं?

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