लोकपाल विधेयक के मुद्दे पर आमरण अनशन कर सरकार से अपनी मांगें मनवा चुके गांधीवादी विचारक अन्ना हज़ारे के पास महाराष्ट्र में ढ़ाई हेक्टेयर भूमि और करीब 68,000 रुपये की नकद राशि है. यह खुलासा खुद हज़ारे ने किया है. लोकपाल विधेयक का मसौदा तैयार करने के लिये गठित संयुक्त समिति में समाज की ओर से शामिल चार अन्य सदस्यों ने भी अपनी सम्पत्ति के बारे में खुलासा किया है.
संयुक्त समिति में बतौर सदस्य शामिल अरविंद केजरीवाल ने संवाददाताओं से कहा कि सभी पांच सदस्यों ने ‘कुछ लोगों द्वारा उनकी पृष्ठभूमि पर सवाल खड़े किये जाने के बाद’ खुद ही अपनी संपत्ति के विवरण सार्वजनिक किये हैं.
उन्होंने बताया कि अन्ना हज़ारे के पास महाराष्ट्र में 2.53 हेक्टेयर भूमि है, जिसमें से उन्हें 2.46 हेक्टेयर भूमि दान में प्राप्त हुई है. इसमें से उन्होंने दो हेक्टेयर भूमि रालेगांव सिद्धी के ग्रामीण उपयोग के लिये दान कर दी है.
उपलब्ध विवरण के मुताबिक, हज़ारे के बैंक खाते में 67,188 रुपये जमा हैं और वह 1,500 रुपये की नकद राशि अपने पास रखते हैं. संयुक्त समिति में समाज की ओर से शामिल अन्य सदस्य कर्नाटक के लोकायुक्त संतोष हेगड़े, पूर्व विधि मंत्री शांति भूषण, वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण और आरटीआई कार्यकर्ता केजरीवाल ने भी अपनी संपत्ति घोषित की है.
गैर-सरकारी संगठन ‘इंडिया अगेन्स्ट करप्शन’ द्वारा उपलब्ध कराये गये विवरण के मुताबिक, पूर्व विधि मंत्री शांति भूषण के पास आठ अचल संपत्तियां हैं और 110 करोड़ रुपये से अधिक की चल संपत्ति है. जिसमें बांड, म्यूचुअल फंड, शेयर और फिक्स डिपाजिट आदि शामिल हैं. उन्होंने पिछले वित्त वर्ष में 18 करोड़ पांच लाख रुपये का आयकर रिटर्न भरा था. उनके पुत्र तथा अधिवक्ता प्रशांत भूषण के पास चार अचल संपत्तियां और दो करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की चल संपत्ति है.
सदस्यों की ओर से जारी विवरण के अनुसार, कर्नाटक के लोकायुक्त हेगड़े के पास करीब 32 लाख रुपये की बैंक राशि है, जिसमें नकद और सावधि जमा राशि शामिल है. उनके पास बैंगलोर में एक फ्लैट है जिसका मूल्य डेढ़ करोड़ रुपये है. आरटीआई कार्यकर्ता केजरीवाल के पास 55 लाख रुपये मूल्य की एक अचल संपत्ति, करीब 34 हजार रुपये की नकद राशि और एक लाख रुपये की चल संपत्ति है.
केजरीवाल ने कहा कि हज़ारे के आंदोलन के लिये जनता से कुल 82,87,668 रुपये का दान प्राप्त हुआ और इसके लिये सभी दानदाताओं को रसीदें भी जारी की गयीं. अब तक आंदोलन पर 32,69,900 रुपये का खर्च आया है. उन्होंने इन आरोपों का खंडन किया कि दान राशि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ या किसी दूसरे देश ने दी है. केजरीवाल ने कहा कि यह राशि 2,973 लोगों की ओर से मिली है जो कि ‘आम जनता’ है.