कर्नाटक में आतंकी मॉड्यूल के खुलासे के बाद जांच कर रहे अधिकारियों ने दावा किया है कि गिरफ्तार किये गये 11 युवक एक ऑनलाइन पत्रिका में प्रकाशित सामग्री से प्रभावित थे जिसमें अफगानिस्तान में अल-कायदा की गतिविधियों का महिमामंडन किया गया था.
जांच कर रहे खुफिया ब्यूरो (आईबी) और रॉ के अधिकारियों के संयुक्त दल के सूत्रों ने दावा किया कि गिरफ्तार लोगों से पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई है कि उन्हें इंटरनेट पर और पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की स्लीपर सेल की पत्रिका में प्रकाशित लेखों में अनेक भड़काउ भाषणों के माध्यम से आतंकवादी मॉड्यूल से जुड़ने के लिए प्रेरित किया गया.
पिछले दिनों गिरफ्तार किये गये संदिग्धों में बेंगलूर के एक जानेमाने अखबार में काम कर रहा एक पत्रकार और रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) का एक जूनियर रिसर्च फेलो भी है.
सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार किये गये लोगों ने अल.कायदा से जुड़ी और यमन में किसी जगह से प्रकाशित ऑनलाइन पत्रिका ‘इंस्पायर’ के बारे में विस्तार से बताया है. पत्रिका के लेखों में युवकों को अमेरिकियों, भारत, इस्राइल और अन्य पश्चिमी देशों के खिलाफ ‘सशस्त्र जंग’ छेड़ने के लिए प्रेरित किया गया है जिन्होंने अफगानिस्तान में अमेरिका के साथ हाथ मिला रखा है.
गिरफ्तार किये गये लोगों से जब्त लैपटॉप तथा पैन ड्राइवों से भी पता चला है कि उन्होंने ऐसी अनेक वेबसाइटों को खूब देखा जिनमें आतंकी मॉड्यूलों से जुड़ने के बारे में और लोगों तथा महत्वपूर्ण ठिकानों पर नजर रखने के बारे में बताया गया है.