उत्तर प्रदेश में डेयरी व्यवसाय को लघु उद्योग का दर्जा दिया जाएगा. राज्य के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इसके लिये सभी आवश्यक कदम उठाने की बात कही है.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार द्वारा डेयरी व्यवसाय को लघु उद्योग का दर्जा प्रदान करने के लिये सभी आवश्यक कदम उठाने की बात कहते हुए लखनऊ में पांच लाख लीटर प्रतिदिन दूध क्षमता का अत्याधुनिक डेयरी संयंत्र स्थापित करने के लिये अगले वित्तीय वर्ष के बजट में प्रावधान करने के निर्देश भी दिये हैं.
उन्होंने बताया कि अखिलेश ने अपने कार्यालय में दुग्ध विकास विभाग के कार्यो की समीक्षा करते हुए पराग उत्पादों के विपणन को और सुदृढ़ बनाने के लिये विभिन्न उत्पादों की पैकेजिंग डिजाइन का कार्य अहमदाबाद स्थित राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान (एनआईडी) से कराने तथा पराग दूध एवं दुग्ध उत्पादों के विपणन को गति प्रदान करने के लिये विभिन्न मीडिया माध्यमों से व्यापक प्रचार-प्रसार करने के आदेश दिये हैं.
यादव ने दुग्ध संघों की समीक्षा करते हुए बंद पड़े सात दुग्ध संघों में से तीन को इसी वित्तीय वर्ष में संचालित करने के लिये वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने का प्रयास करने के लिये कहा. उन्होंने बाकी चार दुग्ध संघों के संचालन के लिये अगले वित्तीय वर्ष के बजट में प्रावधान करने के निर्देश भी दिये.
मुख्यमंत्री ने भारतीय प्रबंध संस्थान लखनऊ तथा अन्य उच्च शैक्षणिक संस्थानों में पराग मिल्क पार्लर संचालित करने के निर्देश दिये.