छात्रों के दो गुटों के बीच हिंसक झड़पें होने के बाद अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया. झड़पों में 12 छात्रों के घायल होने की खबर है.
विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों के दो गुटों के बीती रात झड़प हुई. झड़प में गोलीबारी और पथराव होने की भी खबर है. एएमयू प्रवक्ता राहत अबरार ने कहा कि विश्वविद्यालय को शनिवार की सुबह अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया.
उन्होंने कहा कि दो गुटों के बीच हुई झड़पों में करीब आधा दर्जन छात्र घायल हो गए. लेकिन पुलिस के अनुसार करीब 12 छात्र घायल हुए हैं.
अबरार ने बताया कि छात्रों को 48 घंटों के अंदर छात्रावास खाली करने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की रिपोर्ट के बाद विश्वविद्यालय को बंद करने का फैसला किया गया. रिपोर्ट में आशंका जतायी गयी है कि एहतियाती कदम नहीं उठाए जाने पर स्थिति और बिगड़ सकती है.
प्रमुख छात्र नेता मुश्ताक अहमद ने घटना की जांच कराए जाने की मांग करते कहा कि सभी छात्र नेता परिसर में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए प्रयास कर रहे हैं ताकि परीक्षाएं एवं शिक्षण सत्र प्रभावित नहीं हों. विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षाएं अगले हफ्ते शुरू होने वाली हैं.
इस बीच एएमयू टीचर्स एसोसिएशन के पूर्व सचिव जमशेद सिद्दीकी ने कहा कि शुक्रवार की हिंसा पूरे विश्वविद्यालय प्रशासन की पूर्ण नैतिक नाकामयाबी का नतीजा है. उन्होंने दोषी अधिकारियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई किए जाने की मांग की. राज्यसभा के पूर्व सदस्य और एएमयू कोर्ट के मौजूदा सदस्य वसीम अहमद ने कुलपति सहित विश्वविद्यालय प्रशासन को हटाए जाने की मांग की है.
उन्होंने कहा कि शुक्रवार की घटना परिसर में कानून व्यवस्था के ठप हो जाने का संकेत है और केंद्र को मूक दर्शक नहीं बने रहना चाहिए.