बिहार के सीमांचल जिलों अररिया, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज और सुपौल में 13-14 अप्रैल की रात्रि में आये तूफान और ओलावृष्टि में मरने वालों की संख्या 81 हो गई और कई अन्य घायल हो गए.
राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग और जिला प्रशासन से प्राप्त जानकारी के मुताबिक ओलावृष्टि और तूफान के कारण पूर्णिया में सबसे अधिक 39, अररिया में 33, कटिहार में 7 तथा सुपौल एवं किशनगंज में एक-एक व्यक्ति की जान गयी और हजारों घर ढह गए.
इन जिलों में तूफान से सैकड़ों लोगों को चोटें आईं और कई गंभीर रूप से घायल हो गए. इस दौरान भारी संख्या में मवेशियों के मरने की भी खबर है. तूफान से प्रभावित जिलों में जिला प्रशासन द्वारा राहत कार्य जारी है. तूफान से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कल प्रभावित जिलों का दौरा किया और अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने तूफान में मरने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को आपदा राहत कोष से एक लाख रूपये एवं मुख्यमंत्री राहत कोष से 50 हजार रूपये देने का ऐलान किया.
इसके अलावा तूफान से प्रभावित लोगों को एक क्विंटल अनाज 250 रूपये नगद बर्तन और कपडा के लिए एक हजार रूपये तथा जो घर ध्वस्त हुए हैं उनकी मरम्मत और निर्माण के लिए अनुमान्य आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा की गई.