एसोचैम के नए सर्वे के अनुसार अगले कुछ दिनों में भारत में नौकरियों में छंटनी का बुरा दौर आने वाला है. इस सर्वे में कहा गया है कि आईटी, उड्डयन, इस्पात, वित्तीय सेवाओं, अचल संपत्ति, सीमेंट और निर्माण के क्षेत्रों में 25 से 30 प्रतिशत की छंटनी हो सकती है.
इन सातों सेक्टरों पर पड़ी जबरदस्त मंदी की मार के कारण ये छंटनी करनी पड़ रही है और ऐसा नहीं करने पर इन सेक्टरों की कंपनियों के लिए बाजार में टिके रह पाना संभव नहीं होगा.
एसोचैम के अध्यक्ष सज्जन जिंदल ने बताया कि इन सेक्टरों के एचआर विभाग को छंटनी करने की दिशा में काम करने के लिए कहा जा चुका है और इसकी घोषणा अगले 10 दिनों या उसके बाद कर दी जाएगी. एसोचैम का कहना है कि इन सातों सेक्टर्स में मची अफरा-तफरी और अब इन कंपनियों का भारी लागत-उपायों का फैसला लिए जाने के बाद भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) पर दबाव बनेगा.
एसोचैम चाहता है कि आरबीआई ब्याज दर कम से कम 3 फीसदी कम करे, ताकि बाजार में पैसा आए और इंडस्ट्री को सस्ती दर पर कर्ज मिल सके.