सीबीआई के नए मुखिया को लेकर चला आ रहा सस्पेंस खत्म हो गया है. 1979 बैच के आईपीएस अफसर अनिल सिन्हा सीबीआई के नए डायरेक्टर होंगे. नए सीबीआई चीफ का कार्यकाल दो साल का होगा. इससे पहले, रंजीत सिन्हा मंगलवार को ही सीबीआई डायरेक्टर के पद से रिटायर हुए. दफ्तर में आखिरी दिन रंजीत सिन्हा को साथियों ने विदाई दी. विदाई से पहले रंजीत सिन्हा की कार को खूब सजाया गया.
नए सीबीआई चीफ को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार शाम को बैठक की जिसमें अनिल सिन्हा के नाम पर मुहर लगी. इस बैठक में सुप्रीमकोर्ट के मुख्य न्यायधीश एच एल दत्तू और कांग्रेस संसदीय दल के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे भी शामिल थे. इस तरह पहली बार लोकपाल कानून के तहत सीबीआई प्रमुख की नियुक्ति हुई है.
अनिल सिन्हा इससे पहले सीबीआई में ही स्पेशल डायरेक्टर पर पद पर तैनात थे. बिहार कैडर के आईपीएस अफसर सिन्हा ने पिछले साल मई में सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर का पद संभाला था.
सीबीआई ज्वाइन करने से पहले अनिल सिन्हा केंद्रीय सतर्कता आयोग में अतिरिक्त सचिव थे. सिन्हा ने इससे पहले अपने स्टेट कैडर में विजिलेंस और एंटी करप्शन, एडमिनिस्ट्रेशन, स्पेशल ब्रांच और अन्य विभागों में काम किया है. इन्होंने एसपीजी में डीआईजी और आईजी के तौर पर भी सेवाएं दी हैं.
मनोविज्ञान में पोस्ट ग्रेजुएट अनिल सिन्हा को 2000 में पुलिस मेडल और 2006 में राष्ट्रपति का पुलिस पदक मिल चुका है.