स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान एक निलंबित कांस्टेबल द्वारा मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की ओर जूता फेंके जाने की घटना में जम्मू कश्मीर सरकार ने चार अधिकारियों समेत 15 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया.
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि निलंबित पुलिस अधिकारियों में चार सब इंस्पेक्टर रैंक के हैं. उन्हें सुरक्षा में ढील के लिए जांच पूरी होने तक निलंबित कर दिया गया है. इसकी वजह से ही कांस्टेबल अब्दुल अहद जहां कड़ी सुरक्षा वाले बख्शी स्टेडियम में घुस सका.
जहां को सुरक्षाकर्मियों ने दबोच लिया और गिरफ्तार कर लिया. मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला राष्ट्रीय ध्वज को फहराने के बाद जब मार्च कर रही टुकड़ियों से सलामी ले रहे थे, तो उस वक्त वह व्यक्ति उनकी पीछे वाली पंक्ति में खड़ा था.
घटना की जांच कर रहे अधिकारियों ने दावा किया कि जहां का प्रतिद्वंद्वी राजनैतिक दल से रिश्ता है. पार्टी का उन्होंने नाम नहीं लिया.
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार बांदीपोरा के अज्जस के नागरिक जहां ने पूछताछ के दौरान दावा किया कि उसे बख्शी स्टेडियम में मोटरसाइकिल से प्रतिद्वंद्वी राजनैतिक दल के जोनल अध्यक्ष ने छोड़ा.
सूत्रों ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में हिस्सा लेने के लिए नेताओं को भेजे गए कार्ड का जहां के इस्तेमाल करने की संभावना से इंकार नहीं किया. सूत्रों ने बताया कि उसके एक विधायक से भी संबंध हैं.{mospagebreak}
जांच में पाया गया कि जहां को इस साल मई में निलंबित किया गया था. शराब पीकर ड्यूटी पर आने के दो मामलों में उसके खिलाफ आरोप पत्र दायर किया जा चुका है जबकि तीसरे मामले में जांच जारी है.
जहां का पुत्र शौकत आत्मसमर्पण कर चुका आतंकवादी है और आतंकवादियों को शरण देने के मामले में आरोपों का सामना कर रहा है. गिरफ्तार कांस्टेबल ने जम्मू कश्मीर पुलिस के खिलाफ मामला भी दायर किया है जिसमें उसने दावा किया है कि वह दोहरे पदोन्नति का हकदार था.
हालांकि, अदालत ने मामले को खारिज कर दिया. दोनों मामलों में एक प्रसिद्ध वकील ने उसका प्रतिनिधित्व किया था. पुलिस ने जहां की पॉकेट से कुछ मेडिकल नुस्खे पाए. उससे लगता है कि उसका कुछ मानसिक बीमारियों के लिए इलाज चल रहा हो.