राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष पद के लिए हो रहे चुनाव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत ने मंगलवार को नामांकन दाखिल किया. वैभव को एसोसिएशन के निवर्तमान अध्यक्ष और विधानसभा के अध्यक्ष सीपी जोशी गुट का समर्थन मिल रहा है. वहीं वैभव के नामांकन करते ही राजस्थान कांग्रेस की अंतर्कलह एक बार फिर उजागर हुई है.
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामेश्वर डूडी ने सीपी जोशी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. डूडी ने सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की तरफ से नामांकित 11 इंडिविजुअल जो जिला क्रिकेट एसोसिएशन हैं, उनकी पैरवी करते नजर आए. सीपी जोशी गुट के जितने भी आदमी हैं और जिनके ऑब्जेक्शन लगाए गए हैं, उनकी पैरवी नामांकित सदस्य कर रहे हैं.
'सीपी जोशी कर रहे हैं पावर का दुरुपयोग'
उन्होंने कहा कि आरसीए के अध्यक्ष सीपी जोशी पावर का दुरुपयोग कर रहे हैं. सरकार को इसके बारे में सोचना चाहिए. डूडी के आरोपों को नकारते हुए वैभव गहलोत ने आजतक से कहा कि रामेश्वर डूडी ने अपने विचार रखे और आगे जो परिस्थितियां बनीं उसके हिसाब से ही हम आगे बढ़े. वह हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, सबको अपनी बात रखने का हक है.
उन्होंने सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग के आरोपों को भी खारिज किया और कहा कि यह निर्वाचन की प्रक्रिया है. इसमें बीसीसीआई ने अपनी तरफ से ऑब्जर्वर्स भेजें हैं. निर्वाचन आयोग में कार्य कर चुके अधिकारियों को लगाया गया है. वैभव ने नागौर क्रिकेट एसोसिएशन को डिसक्वालिफाई किए जाने के विवाद पर कहा कि यह तो निर्वाचन से जुड़े लोग ही बता पाएंगे कि इसे क्यों डिसक्वालिफाई किया गया. वैभव अपनी जीत को लेकर आश्वस्त नजर आए.
गौरतलब है कि वैभव ने पिछले महीने क्रिकेट के राजनीतिक मैदान में एंट्री ली थी. उन्हें राजसमंद क्रिकेट एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष पद पर नियुक्त किया गया था. बता दें कि वह लोकसभा चुनाव में भी जोधपुर संसदीय सीट से उम्मीदवार थे. पिता अशोक गहलोत ने भी प्रचार किया, लेकिन वह गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ हार गए थे.