राजस्थान विधानसभा चुनाव में जयपुर शहर की आदर्श नगर सीट कांग्रेस के लिए नासूर बनी हुई है. यहां प्रचार करने आए बीजेपी का हर नेता एक डायलॉग बोलता है और लोग हूटिंग करना शुरू कर देते हैं कि रफीक खान कौन है.
रफीक खान दरअसल कांग्रेस के आदर्श नगर विधानसभा सीट से उम्मीदवार हैं, जिनका राजस्थान की राजनीति में टिकट मिलने से पहले कोई नाम नहीं जानता था. इस सीट से बीजेपी के प्रत्याशी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी चुनाव मैदान में हैं. रफीक खान के लिए सोमवार को और किरकिरी हो गई जब इनके समर्थन में सभा करने के लिए कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री और महासचिव अशोक गहलोत आए. लेकिन 2 मिनट 3 सेकंड का भाषण देकर वह चलते बने. उनके साथ राजस्थान स्क्रीनिंग कमेटी की चेयरमैन कुमारी सैलजा भी आई थीं. वह भी बिना बोले ही चली गईं.
वहीं, बीजेपी के स्टार प्रचारकों में योगी आदित्यनाथ की सभा में नारे लगे कि रफीक खान कौन है? दरअसल कांग्रेस में भी चर्चा का विषय रहा है कि रफीक खान कौन है और कहां से कांग्रेस का टिकट मिला है. बताया जाता है कि रफीक खान का खनन का कारोबार है और वह राजस्थान के सबसे अमीर उम्मीदवारों में शामिल हैं.
यही वजह है कि रफीक खान को यह बताने में मुश्किल आ रही है कि उन्होंने कैसे कांग्रेस का टिकट हासिल किया है. यहां तक की सफाई भी देनी पड़ रही है कि मैं पीसीसी का मेंबर रहा हूं. इस सीट से अशोक गहलोत गुट की तरफ से राजीव अरोड़ा और पूर्व मंत्री बीना काक कांग्रेस के टिकट का उम्मीदवार थे, लेकिन जब उम्मीदवारों का ऐलान हुआ तो उसमें नाम रफीक खान का आया.
रफीक खान को एक तरफ अपनी पहचान के लिए संघर्ष करना ही पड़ रहा है तो दूसरी तरफ कांग्रेस के कार्यकर्ता भी साथ में जुड़े हैं. कांग्रेस शुरू से ही जयपुर में 2 मुस्लिम प्रत्याशियों को टिकट देती है आई है. पिछली 2 बार से इस सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता माहिर आजाद चुनाव लड़ रहे थे, जो पिछली बार महज 18 वोट से चुनाव हार गए थे, लेकिन उनका देहांत हो गया. इसके बाद मुस्लिम कोटे से रफीक खान को प्रत्याशी बनाया गया है.