जयपुरवासियों ने 15 से 18 आयु वर्ग के बच्चों का टीकाकरण और बुजुर्गों के लिए बूस्टर डोज पर केंद्र सरकार के फैसले की सराहना की है. हालांकि कई लोगों का मानना है कि 18 से 45 आयु वर्ग के लोग सबसे अधिक आवागमन करते हैं और शायद सुपर स्प्रेडर हो सकते हैं. इसलिए उन्हें जल्द बूस्टर डोज भी दी जानी चाहिए.
जयपुर की 75 वर्षीय महिला प्रमिला सोगनी ने दोनों वैक्सीन डोज लगवा ली थीं. उनका कहना है कि सरकार का यह सकारात्मक कदम है. यह सीनियर सिटीजन के लिए जरूरी है. जो मध्यम आयु वर्ग के हैं, उन्हें भी बूस्टर डोज दी जानी चाहिए, क्योंकि वे यात्रा करते हैं. ज्यादातर बाहर आते जाते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रिसमस के मौके पर एक घोषणा की थी कि जनवरी में स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों को बूस्टर डोज दी जाएगी. 15 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों को भी जनवरी से ही टीका लगाने की अनुमति दी जाएगी, जबकि 60 वर्ष से अधिक आयु के और जिन्हें कॉमरेडिटीज हैं, उन्हें भी 10 जनवरी से ही एहतियातन बूस्टर डोज दी जाएगी.
कई पश्चिमी देशों में तेजी से फैल चुका कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वैरिएंट देश के भी विभिन्न राज्यों में पांव पसार रहा है. इससे भारत में तीसरी लहर की आशंका पैदा हो गई है.