देश भर में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) पर मचे घमासान के बीच राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है. सचिन पायलट ने कहा कि हम हिंसा का समर्थन नहीं करते लेकिन विरोध करने के अधिकार को सरकार बल से दबा नहीं सकती.
पायलट ने कहा, देश के हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि संविधान के साथ जो छेड़छाड़ की जा रही है उसे बचाने के लिए वह आगे आएं. दिल्ली में जिस तरह से शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वाले लोगों पर बल प्रयोग किया गया और कई विश्वविद्यालयों में घुसकर छात्रों को मारा गया उसे सही नहीं ठहराया जा सकता. सचिन पायलट ने कहा कि सरकार के दमन की वजह से लोगों के दिलों में डर बैठा है.
पायलट ने मोदी सरकार पर तंज करते हुए कहा कि हम गांधी जी की 150वीं वर्षगांठ मना रहे हैं और ऐसे में जिस तरह से देश में हिंसा का माहौल है वह ठीक नहीं है. सरकार को नागरिकता संशोधन कानून पर विचार करना चाहिए. छात्रों और नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों पर पुलिस अत्याचार कर रही है. इसकी वजह से देश का माहौल खराब हो रहा है.
सचिन पायलट ने कहा कि हिंसा का अधिकार किसी को नहीं है लेकिन विरोध करने का अधिकार सरकार को नहीं छीनना चाहिए. जिस तरह से प्रदर्शनकारियों को पकड़ा जा रहा है और हिरासत में लिया जा रहा है, उसे हम बर्दाश्त नहीं कर सकते. कांग्रेस नेता ने कहा कि कोई देश के रास्ते से भटकेगा तो उसे रास्ते पर लाने के लिए हमें प्रदर्शन करने का हक है. जो लोग इस कानून पर राजनीति कर रहे हैं वह पछताएंगे.
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ओर से मनमोहन सिंह के पुराने वीडियो को जारी करने पर सचिन पायलट ने कहा कि दूसरे देशों के परेशान अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने में कोई परेशानी नहीं है. हम सब इसका समर्थन करते हैं लेकिन नागरिकता संशोधन कानून लाकर यह बताना कि तुम इस धर्म के हो इसलिए हम तुम्हें नागरिकता नहीं देंगे, यह देश का माहौल खराब करने जैसा है.