पंजाब में पटियाला के ककराला भाईका गांव की कुलविंदर कौर आज जज बन चुकी हैं. लेकिन ये खबर नहीं है. खबर ये भी नहीं कि इस जज के हाथ नहीं हैं. बल्कि ये एक मिसाल है.
एक हादसे ने बचपन में ही कुलविंदर के दोनों हाथ छीन लिये. फिर भी मजबूत हौसले के दम पर और परिवार के सपोर्ट की वजह से कुलविंदर ने पटियाला जाकर पढ़ाई पूरी की. पंजाब यूनिवर्सिटी से वकालत में ग्रेजुएशन और मास्टर डिग्री हासिल की. फिर पंजाब सिवल सरविसेज (जुडिशियल) की प्रतियोगिता को पास किया और आज जज बन गईं.