रेलवे ने पंजाब में ट्रेनों के परिचालन को पूर्ण रूप से स्थगित कर दिया है, इस बात की जानकारी उत्तर रेलवे के प्रवक्ता दीपक कुमार ने दी है. उन्होंने कहा कि पंजाब में ट्रेनों के चलने की खबरें आईं थी जो कि सरासर गलत और अफवाहों से भरी हुई हैं. पंजाब में किसान आंदोलन के कारण ट्रेनों के संचालन पर ब्रेक लगा हुआ है और यह आगे भी जारी रहने वाला है.
रेलवे ने गुरुवार को कहा कि किसानों द्वारा जारी आंदोलन के कारण पंजाब में ट्रेन सेवा स्थगित है और किसी भी पैसेंजर ट्रेन की शुरुआत नहीं की गई है. उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) दीपक कुमार ने कहा, 'कई जगह यह प्रकाशित किया गया है कि पंजाब में ट्रेन सेवाओं को फिर से शुरू किया गया है. लेकिन ऐसा कुछ भी निर्णय नहीं लिया गया है. ये खबरें झूठी हैं और ट्रेनें नहीं चल रही हैं.'
कुमार ने कहा, 'ये खबरें 22 अक्टूबर को जारी की गई एनआर प्रेस विज्ञप्ति के हवाले से प्रकाशित की गई हैं जिसमें कहा गया था कि मालगाड़ियों की सेवाएं एक दिन के लिए फिर से शुरू की गईं थीं. जिसके बाद स्टाफ की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इसे भी रोक दिया गया.'
हालांकि, न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक रेलवे ने बुधवार को कहा कि उसने पंजाब में 97 मालगाड़ियों के संचालन को बहाल कर दिया है. केंद्र द्वारा लाए गए नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने पंजाब में ट्रेनों का संचालन ठप्प कर दिया था और पटरियों पर बैठ गए थे.
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मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह द्वारा रेल सेवाएं बहाल करने के संबंध में हस्तक्षेप की मांग करने के बाद रेल मंत्री पीयूष गोयल ने संचालन बहाल करने के मद्देनजर 26 अक्टूबर को पंजाब सरकार से ट्रेनों और उसके चालक दल के सदस्यों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आश्वासन मांगा था.
उत्तरी एवं उत्तर-मध्य रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, 'पंजाब में 27 अक्टूबर से मालगाड़ी सेवा बहाल करने के बाद अर्थव्यवस्था एक बार फिर पटरी पर आ गई है.' लेकिन पैसेंजर ट्रेनों पर अभी भी ब्रेक लगा हुआ है.