Punjab Floods: पहाड़ों पर तबाही के साथ-साथ मैदानी इलाकों में भी मूसलाधार बारिश लोगों की मुश्किलें बढ़ा रही है. पंजाब में बीते दिनों हुई भारी बारिश के चलते 14 जिलों के 1,058 गांव में बाढ़ की स्थिति है. आधिकारिक रिपोर्ट के मुताबिक, रूपनगर में 364, साहिबजादा अजीत सिंह नगर में 268, पटियाला में 250,जालंधर में 71, मोगा में 30,होशियारपुर में 25, लुधियाना में 16, संगरूर और फिरोजपुर में तीन-तीन और तरनतारन में छह गांव बाढ़ की चपेट में हैं.
6,300 मुर्गियों की मौत
गांव में बाढ़ के चलते पशुओं की मौत की खबरें भी सामने आई हैं. फतेहगढ़ साहिब, साहिबजादा अजीत सिंह नगर, शहीद भगत सिंह नगर, तरनतारन और जालंधर से मवेशियों की मौत की खबर है. वहीं, ब्राह्मण माजरा, सरहिंद, फतेहगढ़ साहिब की गौशालाओं में बचाव अभियान के तहत 800 गोवंश को बचाया गया है. बाढ़ के कारण शहीद भगत सिंह नगर में 6,300 मुर्गियां और सरहिंद शहर में 14 सूअरों और एक बकरी की मौत हो गई है.
जारी है राहत बचाव का कार्य
बाढ़ प्रभावित इलाकों में मदद पहुंचाने के लिए राहत एवं पुनर्वास विभाग विभिन्न जिलों में राहत सामग्री बांट रहा है. वहीं, राहत शिविरों को भी स्थापित कर रहा है. राहत बचाव कार्य के तहत अबतक रूपनगर में 16,425 भोजन पैकेट और 1,816 दवाएं, पटियाला में 12,500 भोजन पैकेट, मोहाली में 2,000 भोजन पैकेट, एसबीएस नगर में 1,500 भोजन पैकेट, फतेहगढ़ साहिब में 1,000 भोजन पैकेट, जालंधर में 100 राहत किट वितरित किए गए हैं.
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आपदा प्रबंधन मंत्री ने कहा कि इस प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए पंजाब सरकार के पास पैसे की कोई कमी नहीं है और राहत कार्यों के लिए सभी उपायुक्तों को 33.50 करोड़ रुपये पहले ही जारी किए जा चुके हैं. उन्होंने आगे बताया कि जल्द ही मुख्यमंत्री भगवंत मान बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए 71.50 करोड़ रुपये जारी करेंगे.