रेप पीड़िता के नाम का खुलासा कर होई कोर्ट के आदेश का उल्लंघन किए जाने के दावे के बीच यहां की एक अदालत ने 17 वर्षीय लड़की से रेप के आरोपी पांच पुलिसकर्मियों को 6 जनवरी तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
लड़की के वकील ब्रजेश्वर सिंह जसवाल ने संवाददाताओं को बताया कि चंडीगढ़ पुलिस की एफआईआर को वेबसाइट पर डालने के कदम से पीड़िता की पहचान जाहिर हुई. इसलिए इसके लिए जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ अवश्य ही सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.
उन्होंने बताया कि अदालत ने मामले की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए लड़की और उसके माता-पिता को उसकी ओर से ऐसे समय के लिए एक वकील रखने की इजाजत दे दी है, जब वह पुलिस को बयान देगी.
पुलिस हिरासत की अवधि खत्म होने पर आरोपियों को बुधवार को अदालत में पेश किया गया, जिसने उन्हें 6 जनवरी 2014 तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
पुलिस ने आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय एक विशेष टीम गठित की है. इन आरोपियों को 10वीं की छात्रा से रेप के आरोप में गिरफ्तार करने के बाद सस्पेंड कर दिया गया है. जगतार, अक्षय, हिम्मत, सुनील और अनिल नाम के पांच पुलिस कांस्टेबलों को लड़की की इस शिकायत के बाद गिरफ्तार किया गया कि उसका डेढ़ महीने से भी अधिक समय तक यौन उत्पीड़न किया गया.
चार कांस्टेबल पुलिस नियंत्रण कक्ष वाहन में तो पांचवां चंडीगढ़ पुलिस की अपराध शाखा में तैनात था इस बीच, पीड़िता के लिए न्याय की मांग करते हुए एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने अदालत परिसर के बाहर प्रदर्शन किया.