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पंजाब: भगवंत मान 16 मार्च को ले सकते हैं शपथ, शहीद भगत सिंह के पैतृक गांव खटकरकलां में होगा समारोह

पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 में आम आदमी पार्टी की शानदार जीत के बाद, अब बारी है पंजाब में नई सरकार बनने की. आप के सीएम कैंडिडेट भगवंत मान और उनके मंत्री 16 मार्च यानी बुधवार को शपथ ले सकते हैं.

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आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल-भगवंत मान (फाइल फोटो)
आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल-भगवंत मान (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • शपथ ग्रहण समारोह शहीद भगत सिंह के पैतृक गांव खटकरकलां में होगा
  • सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए मान शनिवार को राज्यपाल से मिलेंगे

पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election 2022) में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने सूबे की 117 में से 92 विधानसभा सीटें जीतकर इतिहास रच दिया है. उम्मीद की जा रही है कि आम आदमी पार्टी की सरकार यहां 16 मार्च यानी बुधवार को शपथ ले सकती है. 

राजभवन में नहीं होगा शपथ ग्रहण समारोह

पार्टी सूत्रों का कहना है कि भगवंत मान 16 मार्च को पंजाब के मुख्यमंत्री की शपथ लेगें, उसी दिन बाकी मंत्री भी शपथ लेंगे. और जैसा कि भगवंत मान ने गुरुवार को कहा था कि शपथ ग्रहण समारोह राजभवन में नहीं, बल्कि खटकरकलां में आयोजित किया जाएगा. खटकरकलां, शहीद भगत सिंह का पैतृक गांव है, जो शहीद भगत सिंह नगर जिले में स्थित है.

शाहिदे आजम भगत सिंह को बहुत मानते हैं  मान

भगवंत मान शाहिदे आजम भगत सिंह के बहुत बड़े प्रशंसक हैं और आमतौर पर उनके जैसे ही कपड़े पहनते हैं. भगवंत मान ने गुरुवार को संगरूर में लोगों को संबोधित करते हुए कहा, 'आप लोगों को खुला निमंत्रण दे रहा हूं. पहले शपथ समारोह महलों में होते थे, लेकिन अब ये समारोह शहीदों के गांवों में होंगे. हम खटकरकलां में शपथ लेंगे.'

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भगवंत मान ने कहा कि उनकी रैली भगतसिंह के दिए नारे 'इंकलाब ज़िंदाबाद' से ही शुरू और खत्म होती हैं. उन्होंने कहा, 'यह नारा शहीदे आज़म की आत्म को भी सुकून दे रहा होगा. अपने शहीदों के बलिदान को मान देना हमारा नैतिक कर्तव्य है. हमें उनकी वजह से ही आजादी मिली है.'

भगवंत मान यह घोषणा पहले ही कर चुके हैं कि हर सरकारी कार्यालय में केवल दो ही तस्वीरें होंगी, एक शहीद भगत सिंह की  और दूसरीबी आर अंबेडकर की. 

राज्यपाल से मिलेंगे भगवंत मान

इस बीच, भगवंत मान सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए, शनिवार को राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित से मिलने जा सकते हैं. फिलहाल, वह आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल से मिलने नई दिल्ली जा रहे हैं.

राजनीतिक सत्ता केंद्र अब संगरूर में 

पटियाला, मोहाली (कप्तान) और मोरिंडा, रूपनगर (चन्नी) से राजनीतिक सत्ता केंद्र अब भगवंत मान के गृहनगर संगरूर में  शिफ्ट हो गया है. भगवंत मान ने पंजाब के लोगों को भरोसा दिलाया है कि अब उन्हें सरकारी काम करवाने के लिए, दर-दर भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी.  उन्होंने कहा, 'पहले पंजाब सरकार मोती महल (पटियाला) और सिसवां फार्म से चलती थी, लेकिन अब यह शहरों के अलावा गांवों और छोटे इलाकों से चलेगी. नौकरशाह आम लोगों के पास आएंगे क्योंकि वे लोक सेवक हैं.'

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