दक्षिण के राज्य तमिलनाडु में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) इस दक्षिणी राज्य में कमल खिलाने के लिए पूरा जोर लगा रही है. पार्टी के तमाम बड़े नेता लगातार तमिलनाडु के दौरे कर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिशों में जुटे हैं. चुनावी तैयारियों में जुटे एनडीए को बड़ा झटका लगा है.
एएमएमके प्रमुख टीटीवी दिनाकरन ने एनडीए से एग्जिट का ऐलान कर दिया है. टीटीवी दिनाकरन ने बुधवार को अपनी पार्टी के एनडीए से बाहर आने का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि हम एआईएडीएमके के भीतर चीजें ठीक होने का इंतजार कर रहे थे. हमें भरोसा था कि बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व सही फैसला लेगा.
दिनाकरन ने एनडीए छोड़ने का ऐलान करते हुए कहा कि हम अम्मा के कार्यकर्ताओं को साथ लाना चाहते थे. हमें उम्मीद थी कि अम्मा के सभी कार्यकर्ता इसमें शामिल होंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा. उन्होंने कहा कि हम जब यह समझ गए कि ऐसा होने की संभावना नहीं है. फिर एएमएमके ने अपना रास्ता अलग करने का निर्णय लिया. दिनाकरन ने कहा कि हमें पांच सितंबर तक इंतजार करना चाहिए कि सेंगोट्टैयन क्या कहना चाहते हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह का प्रभाव 2006 के चुनाव में विजयकांत ने डाला था, 2026 में भी वैसा ही प्रभाव पड़ेगा. दिनाकरन ने कहा कि विश्वासघात चरम पर है और जिले दर जिले फैलता जा रहा है. इसमें सुधार नहीं होने वाला. उन्होंने कहा कि हमें जब इस बात का एहसास हो गया कि अब और इंतजार करने का कोई मतलब नहीं है. हमने अलग होने का फैसला कर लिया.
एएमएमके प्रमुख ने कहा कि नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने के लिए हम बिना शर्त एनडीए में शामिल हुए थे. अब 2026 के चुनाव तमिलनाडु का भविष्य तय करने वाले हैं. उन्होंने कहा कि हम सही मुख्यमंत्री उम्मीदवार देने का इंतजार कर रहे थे. हमें लगा था कि अम्मा के कार्यकर्ताओं को एकजुट करने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे.
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दिनाकरन ने कहा कि एएमएमके कार्यकर्ताओं ने कहा कि अब और धैर्य नहीं रखने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि अमित शाह के प्रयास फलदायी नहीं रहे. 3-4 महीने से दिल्ली वालों (बीजेपी नेतृत्व) के अच्छे फैसले का इंतजार कर रहा था, लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है. उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि अपना रुख दिसंबर तक साफ करूंगा.
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गौरतलब है कि दिनाकरन ने एक दिन पहले ही ऐसा बयान दिया था, जिसके बाद गठबंधन में उनकी नाराजगी के कयास लगाए जा रहे थे. एक दिन पहले ही दिनाकरन ने अभिनेता से राजनेता बने थलापति विजय की पार्टी टीवीके के प्रदर्शन को लेकर टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था कि 2026 के चुनाव में टीवीके प्रभाव डालेगी.