तमिलनाडु के लिए समग्र शिक्षा अभियान (SSA) के तहत लंबित फंड जारी कराने की मांग को लेकर अनशन पर बैठे कांग्रेस सांसद शशिकांत सेंथिल की शनिवार को अचानक तबीयत बिगड़ गई. इसके बाद उन्हें तिरुवल्लुर गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें हाई ब्लड प्रेशर के चलते निगरानी में रखा है.
सेंथिल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा, “मुझे हाई ब्लड प्रेशर की वजह से अस्पताल में भर्ती किया गया है. मैं उचित चिकित्सा देखरेख में हूं और स्थिर हूं. लेकिन मेरी मांग स्पष्ट है कि तमिलनाडु का अधिकारिक SSA फंड तुरंत जारी होना चाहिए.”
कांग्रेस सांसद का आरोप है कि केंद्र सरकार ने करीब 2,000 करोड़ रुपये की राशि रोक रखी है, क्योंकि तमिलनाडु सरकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) को लागू करने के लिए तैयार नहीं है. इसके विरोध में वह दो दिन से अनशन पर बैठे थे और तीसरे दिन उनकी तबीयत बिगड़ गई.
राज्य के शिक्षा मंत्री अनबिल महेश पोय्यमोजी और मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने भी इस मुद्दे पर केंद्र की कड़ी आलोचना की है. उनका कहना है कि केंद्र शिक्षा को राजनीति का हथियार बना रहा है और तमिलनाडु को उसकी नीति विरोध के कारण दंडित किया जा रहा है.
सेंथिल ने इस मामले को संसद में भी उठाया था और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को पत्र लिखकर लंबित राशि जल्द जारी करने की मांग की थी. उनका कहना है कि फंड में देरी से राज्य की कई अहम शिक्षा योजनाएं प्रभावित हुई हैं, जिनमें आरटीई (Right to Education) के तहत छात्रों को फंड का वितरण और शिक्षकों के वेतन का भुगतान शामिल है.