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कर्नाटक: येदियुरप्पा की डिनर पार्टी में बीजेपी के 38 MLA नहीं पहुंचे, पार्टी के लिए चिंता बढ़ी

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा अपने मंत्रियों और बीजेपी विधायकों की नाराजगी को दूर करने के मकसद से मंगलवार को बेंगलुरु में अपने आवास पर डिनर पार्टी रखी थी. बीएस येदियुरप्पा की डिनर पार्टी में बीजेपी के 38 विधायक नहीं पहुंचे, जिसके चलते आने वाले समय में पार्टी की टेंशन बढ़ सकती है.

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कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कर्नाटक में बीजेपी दो धड़ों में बंटी नजर आ रही है
  • मंत्रिमंडल विस्तार से नाराज हैं बीजेपी MLAs
  • येदियुरप्पा की डिनर पार्टी में नहीं पहुंचे विधायक

कर्नाटक में पिछले दिनों हुए बीएस येदियुरप्पा की अगुवाई वाली सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद से बीजेपी का एक धड़ा नाराज चल रहा है. ऐसे में मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रियों और बीजेपी विधायकों की नाराजगी को दूर करने के मकसद से मंगलवार को बेंगलुरु में अपने आवास पर डिनर पार्टी रखी थी. बीएस येदियुरप्पा की डिनर पार्टी में बीजेपी के 38 विधायक नहीं पहुंचे, जिसके चलते आने वाले समय में पार्टी की टेंशन बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं. 

मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की डिनर पार्टी में 30 से अधिक बीजेपी विधायकों ने शामिल नहीं होने का फैसला किया था. ये सभी विधायक किसी दूसरे दल से नहीं आए हैं बल्कि हार्डकोर बीजेपी और संघ की विचारधारा वाले माने जाते हैं. हाल ही में हुए मंत्रिमंडल के विस्तार में इन्हें येदियुरप्पा कैबिनेट में जगह नहीं मिली है, जिसके चलते नाराज चल रहे हैं. ऐसे में बीजेपी के इन 30 से ज्यादा विधायकों का मुख्यमंत्री की डिनर पार्टी में न शामिल होना, पार्टी की चिंता बढ़ा सकता है.

बता दें कि कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस के डेढ़ दर्जन विधायकों ने अपनी पार्टी से बगावत कर बीजेपी का दामन थाम लिया था, जिसके चलते बीएस येदियुरप्पा की अगुवाई में बीजेपी की सरकार बनी थी. ऐसे में येदियुरप्पा ने अपनी कैबिनेट में कांग्रेस-जेडीएस से आए नेताओं को तवज्जो दी थी. हाल ही में हुए मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल किए गए मंत्रियों को लेकर पार्टी के एक दर्जन से ज्यादा विधायकों ने मोर्चा खोल दिया था और पार्टी आलाकमान तक अपनी गुहार लगाई थी. 

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मंत्रिमंडल विस्तार बना मुसीबत

येदियुरप्पा को दो तरह से चुनौती मिल रही है. एक तरफ अपने विधायक मोर्चा खोले हुए हैं तो दूसरी तरफ कांग्रेस-जेडीएस से नेता अपने मनमुताबिक मंत्रालय का दबाव बना रहे थे. जेसी मधुस्वामी ने सरकार से इस्तीफे की धमकी देकर दिन में दो बार अपने विभाग बदलवाया था. ऐसे ही चिकित्सा शिक्षा विभाग छिनने से नाराज प्रदेश के दूसरे मंत्री के सुधाकर नाराज होकर बैठ गए थे, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने उन्हें दोबारा से वही विभाग सौंपा था. 


वहीं, कर्नाटक में मंत्रिमंडल का विस्तार ही येदियुरप्पा और पार्टी के लिए मुसीबत बनता जा रहा है. पार्टी के लगभग 15 विधायकों ने इस विस्तार पर सवाल खड़े किए थे, जिसके बाद कर्नाटक के प्रभारी महासचिव अरुण सिंह ने कहा था कि अब न तो किसी तरह का मंत्रिमंडल विस्तार होगा और न ही मुख्यमंत्री बदले जाएंगे. ऐसे में बीएस येदियुरप्पा ने नाराज चल रहे अपने विधायकों को मनाने के लिए मंगलवार को दावत रखी थी, जिसमें तीन दर्जन से ज्यादा बीजेपी विधायक शामिल नहीं हुए. ऐसे में बीजेपी के लिए चिंता का सबब बन गया है और अब देखना है कि इन्हें किस तरह से साधने की कवायद होगी. 

 

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