कर्नाटक विधानमंडल का सत्र गुरुवार से शुरू गया है. इस सत्र के हंगामेदार रहने के पूरे आसार हैं. एक सप्ताह तक चलने वाले विधानमंडल सत्र के दौरान सत्तारूढ़ बीजेपी ने कांग्रेस से विधान परिषद के सभापति का पद हथियाने के लिए जेडीएस से हाथ मिलाया है. बीजेपी ने अपने सदस्य एमके प्राणेश को उपसभापति पद के लिए अपना उम्मीदवार नियुक्त करने का ऐलान कर दिया. वहीं स्पीकर की कुर्सी पर जेडीएस की दावेदारी होगी.
बीजेपी के एमके प्राणेश ने रिक्त पद हुए उपसभापति के लिए अपना नामांकन दाखिल किया, जिस पर शुक्रवार को चुनाव होगा. इस घटनाक्रम के साथ माना जा रहा है कि विधान परिषद के सभापति के. प्रतापेन्द्र शेट्टी अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं, क्योंकि सत्तारूढ़ बीजेपी ने उनके खिलाफ दो दिन पहले एक बार फिर अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था, जिसका जेडीएस ने समर्थन किया है. ऐसे में सभापति का पद कांग्रेस से छिन सकता है.
बता दें कि कांग्रेस नेता और मौजूदा विधान परिषद के सभापति प्रतापेन्द्र शेट्टी ने 15 दिसंबर 2020 से पहले ही इस्तीफा देने की इच्छा जताई थी, लेकिन कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया के आग्रह के कारण उन्होंने इस पद पर बने रहना जारी रखा था. 15 दिसंबर के बाद भी हंगामे के बाद उन्होंने इस्तीफा देने की सोची, लेकिन बीजेपी ने अब उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है. वहीं, उच्चसदन के उपसभापति एसएल धर्मे गौड़ा का शव पिछले साल 29 दिसंबर को रेलवे ट्रैक पर पड़ा मिला था. इसी के बाद इस पद के लिए कांग्रेस के खिलाफ बीजेपी और जेडीएस ने आपस में हाथ मिला लिया है.
कर्नाटक विधान परिषद में शुक्रवार को होने वाले उपसभापति के चुनाव में जेडीएस ने बीजेपी प्रत्याशी एमके प्राणेश को समर्थन करने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की अध्यक्षता में एक बैठक में हुई है, जिसमें पार्टी एमएलसी और कुछ वरिष्ठ मंत्री शामिल थे. इससे पहले मुख्यमंत्री ने जेडीएस संस्थापक एचडी देवगौड़ा से भी बात की थी. इसके बाद जेडीएस प्रमुख कुमारस्वामी ने अपने सभी 13 एमएलसी के साथ विचार-विमर्श कर विधानपरिषद सभापति के चुनाव के लिए फैसला किया है.
जेडीएस एमएलसी होरात्ती ने बताया कि कि एचडी देवेगौड़ा ने उन्हें विधान परिषद के सभापति के चुनाव लड़ने के लिए कहा है. उन्होंने कहा कि हमारी वरिष्ठता को देखते हुए पार्टी ने यह फैसला लिया है. वहीं, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने भी कहा कि अगर जेडीएस उपसभापति पद के लिए हमें समर्थन कर रही है तो हम भी उन्हें समर्थन देने पर विचार कर सकते हैं.