राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के पूर्व प्रमुख के एस सुदर्शन का निधन हो गया है. उन्होंने रायपुर मे आखिरी सांस ली.
कल यानी रविवार को नागपुर में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. सुदर्शन 81 साल के थे.
सुदर्शन के निधन पर संघ और राजनीतिक दलों के कई नेताओं ने शोक जताया है.
केएस सुदर्शन का जन्म छत्तीसगढ़ के रायपुर में 1931 में हुआ था.
उन्होंने सागर यूनिवर्सिटी से टेलीकम्युनिकेशंस में बीटेक डिग्री प्राप्त की.
महज 9 साल की उम्र में ही उन्होंने पहली बार आरएसएस शाखा में भाग लिया.
1954 में वे संघ के प्रचारक नियुक्त किए गए. 1964 में रायगढ़ जिले में सुदर्शन बतौर संघ के प्रचारक बनाए गए.
बाद में वे मध्य प्रदेश के प्रांत प्रचारक बने. इसके बाद संघ में उन्होंने कई तरह की अहम जिम्मेदारियां संभाली.
सुदर्शन करीब छह दशकों तक आरएसएस प्रचारक रहे. 2000 में वे सरसंघचालक बने और 2009 तक इस पद पर रहे.
सुदर्शन संघ प्रमुख के पद से हटने के बाद से भोपाल में रह रहे थे और संघ के विभिन्न कार्यों में मार्गदर्शक की भूमिका में थे.
सुदर्शन सिर्फ 9 साल की उम्र में संघ की शाखा में जाने लगे थे.
उन्होंने सागर के इंजीनियरिंग कॉलेज से टेलिकम्यूनिकेशन में बीई की डिग्री हासिल की और उसके बाद 23 साल की आयु में पूर्णकालिक प्रचारक निकल गए.
संघ में परंपरा है कि पूर्णकालिक विवाह नहीं करते हैं.
उन्होंने इस परंपरा का निर्वाह करते हुए सारा जीवन देश और संघठन को समर्पित कर दिया.
केएस सुदर्शन का जन्म छत्तीसगढ़ के रायपुर में 1931 में हुआ था.
उन्होंने सागर यूनिवर्सिटी से टेलीकम्युनिकेशंस में बीटेक डिग्री प्राप्त की.
महज 9 साल की उम्र में ही उन्होंने पहली बार आरएसएस शाखा में भाग लिया.
1954 में वे संघ के प्रचारक नियुक्त किए गए. 1964 में रायगढ़ जिले में सुदर्शन बतौर संघ के प्रचारक बनाए गए.
बाद में वे मध्य प्रदेश के प्रांत प्रचारक बने. इसके बाद संघ में उन्होंने कई तरह की अहम जिम्मेदारियां संभाली.
सुदर्शन करीब छह दशकों तक आरएसएस प्रचारक रहे. 2000 में वे सरसंघचालक बने और 2009 तक इस पद पर रहे.
संघ में परंपरा है कि पूर्णकालिक विवाह नहीं करते हैं.
उन्होंने इस परंपरा का निर्वाह करते हुए सारा जीवन देश और संघठन को समर्पित कर दिया.