भगवान कृष्ण ने जरासंध के बार-बार के आक्रमणों से बचने के लिए मथुरा छोड़कर द्वारका में अपना राज्य स्थापित किया था. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, लीला समाप्त होने के बाद कृष्ण के बैकुंठ लौटने पर उनकी नगरी समुद्र में समा गई. आज भी इसके निशान मिलते हैं.