राजनाथ सिंह ने अपने करियर की शुरुआत सेना में जाने के सपने से की थी, लेकिन आज वे देश के रक्षा मंत्री हैं. उन्होंने 1975 में इमरजेंसी के दौरान सरकार का विरोध किया और जेल गए. 1991 में शिक्षा मंत्री रहते हुए उन्होंने वैदिक गणित को पाठ्यक्रम में शामिल कराया और नकल विरोधी अध्यादेश लागू किया.