लखनऊ मुख्यालय से करीब 12 किलोमीटर दूर के मल्हौर रेलवे क्रॉसिंग काफी व्यस्त बताई जाती है. 12 घंटे में यहां से करीब 40 बार ट्रेन गुज़रती है. मैनुअल क्रॉसिंग होने की वजह से उस फाटक को बंद कर ट्रेन को गुज़रने देने की ज़िम्मेदारी गेटमैन की होती है. पिछले 10 साल से यहां ये जिम्मेदारी गेटमैन नहीं बल्कि पहली गेटवूमन निभा रही हैं. जी हाँ, साल 2013 में सलमा देश की पहली गेटवूमन बनीं थीं. देखिए उनकी ये कहानी.