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वाई पूरन कुमार केस: आईपीएस के लैपटॉप की होगी जांच, चंडीगढ़ पुलिस ने IAS पत्नी को भेजा नोटिस

चंडीगढ़ पुलिस ने वाई पूरन कुमार की पत्नी को नोटिस जारी कर उनका लैपटॉप सौंपने की मांग की है. पुलिस का कहना है कि इस लैपटॉप को सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैब भेजकर सुसाइड नोट की प्रामाणिकता और ईमेल विवरणों की जांच करेगी. वहीं, जांच के दौरान रोहतक एसपी नरेंद्र बिजरनिया को हटाया गया और डीजीपी सत्रुजीत कपूर को लंबी छुट्टी पर भेजा गया है.

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चंडीगढ़ पुलिस ने वाई पूरन कुमार की पत्नी को भेजा नोटिस. (photo:ITG)
चंडीगढ़ पुलिस ने वाई पूरन कुमार की पत्नी को भेजा नोटिस. (photo:ITG)

हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार की संदिग्ध मौत के मामले में नया मोड़ आ गया है. अब चंडीगढ़ पुलिस ने दिवंगत आईपीएस की पत्नी अमनीत पूरन कुमार को नोटिस जारी कर उनका लैपटॉप मांगा है. पुलिस का मानना है कि ये लैपटॉप मामले की जांच में अहम सबूत साबित हो सकता है, खासकर सुसाइड नोट की प्रामाणिकता और ईमेल विवरणों के लिहाज से.

दरअसल, आईपीएस पूरन कुमार ने 7 अक्टूबर 2024 को चंडीगढ़ स्थित अपने घर के साउंडप्रूफ बेसमेंट में अपनी सर्विस रिवॉल्वर से आत्महत्या कर ली थी. मृत्यु से ठीक एक दिन पहले, 6 अक्टूबर को उन्होंने अपनी पत्नी अमनीत के नाम वसीयत लिखी और आठ पेज का सुसाइड नोट लिखा. ये नोट ड्राफ्ट के रूप में उनके लैपटॉप में सेव था. चंडीगढ़ पुलिस अब इस लैपटॉप को सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैब (सीएफएसएल) भेजकर सुसाइड नोट की प्रमाणिकता जांचना चाहती है, ताकि ये साफ हो सके कि सुसाइड नोट IPS पूरन कुमार ने खुद लैपटॉप से लिखा था.

सुसाइड से पहले कितने लोगों को भेजा नोट

इसके अलावा पुलिस लैपटॉप के जरिए ये भी पता लगाना चाहती है कि पूरन कुमार ने आत्महत्या से पहले सुसाइड नोट कितने लोगों को ईमेल किया था, यदि ईमेल किए गए थे तो उन्हें किस वक्त भेजा गया और प्राप्तकर्ताओं ने नोट को रिसीव होने के कितने वक्त बाद इसे पढ़ा. ये जानकारियां मामले में समयरेखा स्पष्ट करने और संभावित साजिश के दावों की पड़ताल में मददगार साबित हो सकती हैं.

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पत्नी ने नहीं सौंपा लैपटॉप

वहीं, जांच के लिए गठित विशेष जांच टीम (एसआईटी) को अब तक अमनीत पूरन कुमार ने लैपटॉप नहीं सौंपा है. अमनीत जो हरियाणा सरकार में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं. वह उस वक्त जापान में मुख्यमंत्री नायब सैनी के प्रतिनिधिमंडल के साथ थीं. पूरन की मौत की खबर मिलने पर उन्होंने फोन किया, लेकिन कोई जवाब न मिलने पर बेटी अमूल्या को घर भेजा, जिसने बेसमेंट में पिता का शव पाया.

पत्नी की मांग

साथ ही उनके परिवार आरोपी अधिकारियों को FIR में नामजद करने और उनकी गिरफ्तारी की मांग की थी और ऐसा न होने तक परिवार ने दिवंगत IPS पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया है.

पूरन कुमार के सुसाइड नोट में 13 अधिकारियों पर जातिगत उत्पीड़न, करियर बर्बाद करने और मानसिक प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए गए हैं. मुख्य आरोपी डीजीपी सत्रुजीत कपूर पर इल्जाम है कि उन्होंने पूरन को नौकरी से स्थायी रूप से हटाने की साजिश रची. रोहतक एसपी नरेंद्र बिजरनिया पर भी आरोप हैं, जिन्हें शनिवार को ही पद से हटा दिया गया था. बिजारनिया की जगह सुरिंदर सिंह भोरिया को रोहतक का एसपी बनाया गया है.

लंबी छुट्टी पर भेजे डीजीपी

इसके अलावा मामले की सुर्खियों में आने पर हरियाणा प्रशासन ने 12 अक्टूबर को रोहतक एसपी नरेंद्र बिजरनिया को हटा दिया. इसके बाद 14 अक्टूबर को डीजीपी सत्रुजीत कपूर को जांच पूरी होने तक लंबी छुट्टी पर भेज दिया गया है.

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राहुल गांधी जाएंगे चंडीगढ़

बता दें कि इस केस को लेकर विपक्ष बीजेपी की नायब सिंह सैनी सरकार पर हमला बोल रहा है. इसी क्रम में कांग्रेसी सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी चंडीगढ़ में वाई पूरन कुमार को श्रृद्धांजलि देने के लिए आज शाम उनके घर जाएंगे. राहुल से पहले कई विपक्षी नेता भी पीड़ित परिवार से मिल चुके हैं.

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