भारत मंडपम में G20 के सफल आयोजन के बाद आज सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान प्रधानमंत्री मोदी से द्विपक्षीय बातचीत के लिए दिल्ली में रुके. क्राउन प्रिंस का सेरेमोनियल स्वागत हुआ. इसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हैदराबाद हाउस में दोनों देशों के आपसी हितों से जुड़े मामले पर बातचीत की. पीएम मोदी ने सऊदी को भारत का महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार बताया. दोनों देशों के बीच कई मैमोरैंडम भी साइन हुए हैं. प्रिंस सलमान की भारत में दूसरी स्टेट विजिट थी. इससे पहले वो 2019 में भारत आए थे. वजह भी है इसकी. सऊदी अरब भारत का चौथा सबसे व्यपारिक साझेदार है. भारत जो कच्चे तेल का आयात करता है, उसका 18 फीसदी हिस्सा तो अकेले सऊदी अरब से आता है. करीब तीस बिलियन डॉलर का व्यापार दोनों देशों के बीच अप्रैल से दिसंबर 2022 में हो चुका है. ज़ाहिरन, इसे आगे बढ़ाने की दिशा में ही आज बातचीत हुई होगी, आज की मुलाकात में क्या ख़ास था, किन चीज़ों को लेकर दोनों देशों के बीच करार हुआ? सुनिए 'दिन भर' में.
अभी कुछ महीने पहले कर्नाटक में कांग्रेस ने कमाल कर दिया. डबल इंजन सरकार के विकास के दावे को धता बताते हुए पार्टी ने विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की. बीजेपी भले न बोले लेकिन उन्होंने आत्ममंथन तो किया ही. राज्य में एकला चलो की दुहाई देने वाली पार्टी ने जनता दल सेक्यूलर की तरफ़ हाथ बढ़ाया है. जनता दल सेक्यूलर सुप्रीमो एचडी देवगौड़ा ने अगले बरस होने वाले लोकसभा. चुनाव के लिए गठबंधन का औपचारिक ऐलान कर दिया है. वोटर्स के लिहाज से अगर समझें तो कर्नाटक में करीब 17 फीसदी आबादी लिंगायत समुदाय की है. और ये समुदाय बीजेपी के ख़ासकर उनके नेता बीएस येदयुरप्पा के कोर वोटर माने जाते हैं. लिंगायत के बाद राज्य में दूसरी सबसे बड़ी जमात है 15 फीसदी आबादी वाली वोक्कालिगा समुदाय की. ऐसे में, सवाल है कि बीजेपी और जेडीएस का ये साथ राज्य के सामाजिक और राजनीतिक समीकरण को किस तरह बदल देगा, सुनिए 'दिन भर' में.