नेशनल हेराल्ड से जुड़े बहुचर्चित एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत कुल सात आरोपियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की चार्जशीट दाखिल कर दी है. यह मामला साल 2013 में बीजेपी नेता डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी की शिकायत पर दर्ज हुआ था.
चार्जशीट में सोनिया गांधी को आरोपी नंबर 1 और राहुल गांधी को आरोपी नंबर 2 बनाया गया है. इनके अलावा सुमन दुबे, सैम पित्रोदा, यंग इंडियन (कंपनी), डॉटेक्स मर्चेंडाइज प्राइवेट लिमिटेड और सुनील भंडारी को भी आरोपी बनाया गया है. इस मामले में अगली सुनवाई 25 अप्रैल 2025 को होगी, जिसमें कोर्ट चार्जशीट पर संज्ञान ले सकता है.
26 जून 2014 को अदालत ने पहली बार लिया था संज्ञान
कोर्ट ने इस मामले पर 26 जून 2014 को संज्ञान लिया था. आरोपियों ने दिल्ली हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी, लेकिन ट्रायल को नहीं रोका गया. चार्जशीट में गंभीर आरोप लगाए गए हैं कि वर्ष 2010 में एक आपराधिक साज़िश के तहत AJL की लगभग 2000 करोड़ रुपये की संपत्तियों को अवैध रूप से हड़पने की योजना बनाई गई. बताया गया है कि AJL के 99% शेयर महज 50 लाख रुपये में 'यंग इंडियन' नाम की निजी कंपनी को ट्रांसफर कर दिए गए.
राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर आरोप
इस मामले में राहुल गांधी और सोनिया गांधी की भूमिका अहम थी. 'यंग इंडियन' में सोनिया गांधी और राहुल गांधी की कुल 76% हिस्सेदारी थी. बाकी 24% शेयर मोतीलाल वोहरा और ऑस्कर फर्नांडीस के पास थे, जो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे. AICC (अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी) ने AJL को पहले 90.21 करोड़ रुपये का लोन दिया था, जिसे बाद में 9.02 करोड़ रुपये के शेयरों में बदलकर यंग इंडियन को मात्र 50 लाख रुपये में दे दिया गया.
414 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी
चार्जशीट में लिखा गया है कि 'यंग इंडियन' नाम की कंपनी को एक गैर-लाभकारी संस्था के तौर पर 'Section 25 कंपनी' के रूप में रजिस्टर्ड किया गया था. जांच में पाया गया कि यंग इंडियन कोई सामाजिक या चैरिटेबल काम नहीं करती है.
ईडी ने 20 नवंबर 2023 को AJL की लगभग 752 करोड़ रुपये की संपत्तियों को अटैच किया. आरोप है कि ये संपत्तियां मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए हड़पी गई थीं. 2017 में आईटी विभाग ने पाया कि यंग इंडियन ने AJL की संपत्ति लेकर 414 करोड़ रुपये से अधिक की टैक्स चोरी की. इनकम टैक्स की जांच ने भी इसी साजिश की पुष्टि की.