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एमके स्टालिन ने DMK को बताया मुस्लिमों का सच्चा हितैषी, कहा- हर मुश्किल में देंगे साथ

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने बताया कि 1969 में करुणानिधि ने मिलाद-उन-नबी के लिए अवकाश घोषित किया था, जिसे 2001 में एआईएडीएमके सरकार ने रद्द कर दिया था, लेकिन 2006 में डीएमके ने इसे फिर से लागू किया.

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तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन. (Photo: X/@DMK)
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन. (Photo: X/@DMK)

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने रविवार को एआईएडीएमके और बीजेपी पर तीखा हमला बोला. उन्होंने मुस्लिम समुदाय को भरोसा दिलाया कि डीएमके उनकी पार्टी है, जो हमेशा उनके अधिकारों की रक्षा करेगी और उनके लिए नए अधिकार सुनिश्चित करेगी. पैगम्बर मुहम्मद की 1,500 वीं जयंती के अवसर पर चेन्नई में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए, स्टालिन ने वक्फ संशोधन कानून के मुद्दे को लेकर केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा. 

उन्होंने कहा कि डीएमके और अन्य संगठनों के कानूनी संघर्ष के कारण सुप्रीम कोर्ट से इस विवादास्पद संशोधन के प्रावधानों पर रोक लगाई गई है. स्टालिन ने एआईएडीएमके पर नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और ट्रिपल तलाक जैसे मुद्दों पर मुस्लिमों के साथ विश्वासघात का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि एआईएडीएमके की नीतियों के कारण अनवर राजा जैसे नेता उसका साथ छोड़कर डीएमके में शामिल हुए. 

मुख्यमंत्री ने कहा कि डीएमके के संस्थापक सीएन अन्नादुराई और पूर्व नेता एम करुणानिधि ने तिरुवरूर में मिलाद-उन-नबी के एक आयोजन में पहली बार मुलाकात की थी, जिसने तमिलनाडु के विकास की नींव रखी. उन्होंने विभिन्न दलों के मुस्लिम नेताओं की उपस्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि एकता जीत की पहली सीढ़ी है. गाजा की स्थिति पर चिंता जताते हुए एमके स्टालिन ने केंद्र सरकार से फिलिस्तीनियों पर हो रहे अत्याचारों को तत्काल रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की. 

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उन्होंने बताया कि 1969 में करुणानिधि ने मिलाद-उन-नबी के लिए अवकाश घोषित किया था, जिसे 2001 में एआईएडीएमके सरकार ने रद्द कर दिया था, लेकिन 2006 में डीएमके ने इसे फिर से लागू किया. मुस्लिम समुदाय के लिए डीएमके की योजनाओं का जिक्र करते हुए स्टालिन ने 3.5% आंतरिक आरक्षण, उर्दू भाषी मुस्लिमों को पिछड़ा वर्ग की सूची में शामिल करना, अल्पसंख्यक कल्याण बोर्ड, उर्दू अकादमी और चेन्नई हवाई अड्डे के पास हज हाउस निर्माण जैसे कदमों का उल्लेख किया. एसडीपीआई नेता नेल्ली मुबारक के अनुरोध पर, एमके स्टालिन ने कहा कि पैगम्बर मुहम्मद पर सामग्री पाठ्यक्रम में पहले ही शामिल की जा चुकी है.

मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा, 'मुस्लिम समुदाय की हर समस्या में डीएमके सबसे पहले आपके साथ खड़ी होगी.' उन्होंने बिना नाम लिए एआईएडीएमके पर सीएए विरोध प्रदर्शन के दौरान मुस्लिमों पर लाठीचार्ज और ट्रिपल तलाक कानून पर दोहरे रवैये का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक पर भी एआईएडीएमके का रवैया धोखेबाजी वाला था. स्टालिन ने जोर देकर कहा, 'डीएमके हमेशा आपके बीच रहेगी और मुस्लिम समुदाय के अधिकारों की रक्षा करेगी.'

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