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तमिलनाडु: मंदिर में महिला को खाना देने से रोका गया, मंत्री ने साथ बैठकर खाया खाना

अनुसूचित जनजाति की महिला और उसके परिवार को कांचीपुरम के एक मंदिर में अन्नधनम (मुफ़्त खाना) के अवसर पर अपमानित किया गया. उसे मंदिर में खाना देने से रोका गया और मारपीट की गई. अब मंत्री पीके शेखर बाबू ने महिला के साथ बैठकर खाना खाया.

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मंत्री पीके शेखर बाबू ने मंदिर में महिला के साथ बैठकर खाना खाया
मंत्री पीके शेखर बाबू ने मंदिर में महिला के साथ बैठकर खाना खाया
स्टोरी हाइलाइट्स
  • अनुसूचित जनजाति की महिला के साथ मंदिर में किया गया भेदभाव
  • खाना खाने से रोका और मारपीट की गई
  • मंत्री ने साथ बैठकर खाना खाया

कुछ दिन पहले ममल्लापुरम की रहने वाली एक महिला ने शिकायत की थी कि उसे और उसके परिवार को कांचीपुरम के एक मंदिर में अन्नधनम (मुफ़्त खाना) के अवसर पर अपमानित किया गया. उसे मंदिर में खाना देने से रोका गया और मारपीट की गई क्योंकि वह नारिकुराव समुदाय से थी. अब मंत्री पीके शेखर बाबू ने महिला के साथ बैठकर खाना खाया.

अनुसूचित जाति की महिला को मंदिर में नहीं दिया गया खाना

महिला ने शिकायत की थी कि वह अपने परिवार के साथ मंदिर गई थी और उसे सबसे आखिर में बैठाया गया. खाना परोसे जाने से पहले ही मंदिर के कार्यकर्ता वहां आए और उन्हें वहां से जाने के लिए कहा. विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की गई. महिला ने कहा कि नारिकुराव (अनुसूचित जनजाति) होने की वजह से उसके साथ दुर्व्यवहार किया गया. 

मंत्री ने नारिकुराव समुदाय के लोगों के साथ खाया खाना

यह विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जिसे लेकर मंदिर प्रशासन की आलोचना की गई. हालांकि तमिलनाडु के मंत्री पीके शेखर बाबू ने मंदिर जाकर मामले की जानकारी ली. इसके बाद महिला को मंत्री शेखर बाबू और अन्य अधिकारियों के साथ अन्नधनम के लिए मंदिर में बुलाया गया.

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महिला और नारिकुराव के अन्य लोगों के साथ खाना खाने के बाद मंत्री जी ने कहा कि अधिकारियों को समझाइश दी गई है कि सभी लोगों के साथ बराबरी का व्यवहार करना चाहिए और सम्मान के साथ पेश आना चाहिए.


 

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