पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कोलकाता में इमामों के सम्मेलन को संबोधित किया. इस दौरान बनर्जी ने मुर्शिदाबाद हिंसा के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि यह हिंसा पूरी तरह से सुनियोजित थी.
ममता बनर्जी ने कहा कि मैं केंद्र सरकार को चुनौती देती हूं कि उन्होंने वक्फ कानून इतनी जल्दबाजी में क्यों पारित किया? क्या उन्हें बांग्लादेश की स्थिति नहीं पता है? क्या आपने बंगाल में दंगे कराने के लिए लोगों को बाहर से बुलाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल नहीं किया? बीएसएफ ने क्यों हिंसा नहीं रोकी?
बनर्जी ने कहा कि मैं मोदी जी से रिक्वेस्ट करती हूं कि वो अमित शाह को कंट्रोल करें. अमित शाह हमारे खिलाफ एजेंसियों का इस्तेमाल कर रहे हैं. क्या होगा जब मोदी जी प्रधानमंत्री नहीं होंगे?
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब ममता बनर्जी ने अमित शाह पर निशाना साधा है. 2022 में ममता ने कहा था कि उन्हें नहीं लगता कि जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के पीछे प्रधानमंत्री का हाथ है क्योंकि सीबीआई और ईडी गृह मंत्रालय के तहत आती हैं.
ममता ने केंद्र पर बरसते हुए कहा कि बीएसएफ बंगाल के साथ सटी बांग्लादेश की 2200 किलोमीटर लंबी सीमा की सुरक्षा में तैनात है तो ऐसे में बांग्लादेश से बंगाल में उपद्रवियों के घुसने के लिए बीएसएफ जिम्मेदार है.
ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी ने बाहरी लोगों को बुलाकर हिंसा कराई. वक्फ को लेकर लोगों को उकसाया गया. उन्होंने कहा कि मुर्शिदाबाद की हिंसा सुनियोजित साजिश थी. घुसपैठियों को क्यों आने दिया गया? मैं इंडिया गठबंधन से एकजुट होने की अपील करती हूं कि इसके खिलाफ एकजुट हो जाएं. इसका असर सब पर होगा. हम शांति चाहते हैं.
बनर्जी ने कहा कि हम हिंदू और मुसलमानों का बंटवारा नहीं होने देंगे. ये किसी एक का मामला नहीं हैं. हम बंटवारा होने नहीं देंगे. वक्फ पर नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू चुप बैठे हैं. ये लोग वक्फ पर चुप क्यों हैं. इन लोगों को सिर्फ सत्ता की परवाह है. हम जब तक रहेंगे हिंदू और मुसलमान नहीं होने देंगे. ये अगर जीते तो आपका खाना-पीना बंद कर देंगे. बंगाल में बीजेपी आई तो आपका खाना-पीना बंद कर देगी.
बीजेपी आपको उकसा रही है
ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी आपको उकसाने की कोशिश कर रही है. मैं हिंदू समुदाय से अपील करना चाहती हूं कि इनके उकसावे में नहीं आएं. कृपया शांति का संदेश दें. हम एनआरसी, सीएए और वक्फ का समर्थन नहीं करते. मैं ना तो दंगों का सपोर्ट करती हूं और ना ही दंगाइयों का. यह आपका समुदाय बचाने की लड़ाई नहीं है. यह भारत का संविधान बचाने की लड़ाई है. उकसाने वालों के बहकावे में आकर आप बीजेपी की ही मदद करेंगे.