लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने केंद्र सरकार, पीएम मोदी और भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला. महुआ मोइत्रा के संबोधन के दौरान भी सत्ता पक्ष के सांसद बीच में आ गए और आसन को नामित करने की चेतावनी देनी पड़ी. महुआ की स्पीच खत्म होने के बाद भी सत्ता पक्ष के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया.
सत्ता पक्ष के सदस्यों ने महुआ के खिलाफ ये कहते हुए मोर्चा खोल दिया. सत्ता पक्ष के सदस्य ये कहते हुए हंगामा करने लगे कि एक महिला सदस्य होकर इस तरह की बात वो कैसे कर सकती हैं. सत्ता पक्ष के सदस्यों ने महुआ का संबोधन समाप्त होने के बाद जमकर हंगामा किया. सत्ता पक्ष के सदस्य महुआ से अपने बयान के लिए माफी मांगने की मांग की.
महुआ मोइत्रा ने माफी मांगने से इनकार कर दिया. आसन की ओर से बार-बार सत्ता पक्ष के सदस्यों को ये समझाने की कोशिश की गई कि वे शांत रहें. इन शब्दों को कार्यवाही से हटा दिया जाएगा लेकिन सत्ता पक्ष के सांसद नहीं माने. आसन की ओर से ये भी कहा गया कि ये स्पीकर के संज्ञान में दिए जाने के साथ ही उचित कार्रवाई के लिए संसदीय कार्य मंत्री को भी कहा जाएगा.
आसन की ओर से अंत में संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी से इसे लेकर उचित कार्रवाई के लिए कहा गया. संसदीय कार्य मंत्री ने महुआ मोइत्रा की ओर से कही गई बात को आपत्तिजनक बताया और कहा कि उन्हें माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने ये भी कहा कि अगर वो माफी नहीं मांगती हैं तो इससे उनकी पार्टी की संस्कृति पता चलती है.
संसदीय कार्य मंत्री ने इसे लेकर टीएमसी संसदीय दल के नेता से बात करने की बात कही. इसके बाद सत्ता पक्ष के सदस्य शांत हुए और लोकसभा की कार्यवाही फिर से शुरू हो सकी. इससे पहले महुआ मोइत्रा ने केंद्र सरकार को देश के लोगों को टोपी पहनाने वाली सरकार बताया और राहुल गांधी को लेकर बीजेपी की ओर से किए गए हमलों को लेकर भी नाराजगी जताई.
हमने पेगासस, राफेल, बीबीसी की बात नहीं की
महुआ मोइत्रा ने कहा कि सत्ताधारी गठबंधन पर हमला बोलते हुए कहा कि हमने पेगासस, बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री या राफेल डील का जिक्र नहीं किया. उनके इतना कहते ही सत्तापक्ष के सांसदों ने विरोध में हंगामा शुरू कर दिया. महुआ मोइत्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री और गृह मंत्री को भी घेरा. अडानी को मिस्टर ए कहकर संबोधित किया. महुआ मोइत्रा पर भड़के बीजेपी के सांसद हंगामा करते हुए उनके सामने आ गए.
स्पीकर को देनी पड़ी नामित करने की चेतावनी
सत्ता पक्ष के सदस्य बीच में आ गए तो विपक्षी सदस्य भी अपनी जगह पर खड़े हो गए और उनसे अपनी सीट पर जाने के लिए कहा. महुआ मोइत्रा ने आसन का ध्यान इस तरफ आकृष्ट कराया और ये भी कहा कि मुझे अतिरिक्त समय दिया जाना चाहिए. आसन की ओर से इसके बाद सत्ता पक्ष के सदस्यों को ये चेतावनी दी कि ऐसा ही करते रहे तो उन्हें नामित किया जाएगा.
महुआ मोइत्रा ने इसके बाद अपना संबोधन जारी रखा. उन्होंने कहा कि भारत का प्राइड किसी एक बिजनेस मैन नहीं, देश के संवैधानिक स्ट्रक्चर से जुड़ा है. महुआ मोइत्रा ने देश की एजेंसियों पर सवाल उठाए और सरकार पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि मैंने इसे लेकर 2019 में ही सवाल उठाए थे.
महुआ मोइत्रा ने कहा कि सदन का रिकॉर्ड निकलवाकर भी इसे चेक किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि इसकी जांच क्यों नहीं की गई? महुआ मोइत्रा ने ये भी कहा कि इस तरह की अफवाहें भी उड़ाई जाती रही हैं कि महुआ के पीछे कौन है. हर रोज फेक न्यूज ब्रिगेड ये अफवाह फैलाती है कि चीन है, अंबानी है और मोर्गन है. उन्होंने कहा कि महुआ एक सच के पीछे है.