जम्मू के कठुआ में सेना और आतंकियों के बीच जारी मुठभेड़ में पांच जवान शहीद हो गए. सोमवार शाम खबर आई थी कि आतंकियों ने सेना के वाहन पर हमला किया था. इस दौरान आतंकियों ने ग्रेनेड भी फेंका था. हमले में पहले छह जवानों के घायल होने की खबरें आई थीं, जिनमें दो जवान गंभीर घायल थे. कुछ देर पर हमले को लेकर आए अपडेट में सामने आया कि सेना के चार जवान शहीद हो गए हैं. इसके कुछ देर बाद एक और जवान के शहीद होने की खबर आई. कठुआ में हुए इस हमले में अब तक पांच जवान शहीद हो गए हैं. घायल जवानों का इलाज आर्मी अस्पताल में चल रहा है.
सेना के वाहन पर ग्रेनेड हमला
उधर, हमलावर आतंकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन और मुठभेड़ जारी है. घटना स्थल से सेना के वाहन की तस्वीर भी सामने आई है, जिसमें वह गोलीबारी के कारण क्षतिग्रस्त दिखाई दे रहा है. हमले के बाद घाटी में सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है. सूत्रों के मुताबिक पहाड़ी के ऊपर छिपे आतंकवादियों ने सेना के वाहन पर गोलीबारी की और उन्होंने सेना की गाड़ी पर ग्रेनेड भी फेंका. सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है. बता दें कि बीते कुछ दिनों से एक बार घाटी में उथल-पुथल बढ़ी है. आतंकियों से मुठभेड़ की खबरें लगातार आ रही हैं.
आतंकियों की तलाश के लिए पैरा कमांडो तैनात
सेना के पैरा कमांडो (एसपीएल फोर्स) को कठुआ के दूरदराज के माचिन्डी-मल्हार क्षेत्र में हवाई मार्ग से उतारा गया और काउंटर ऑपरेशन में तैनात किया गया. ताकि उन आतंकवादियों के खिलाफ समय पर प्रभावी काउंटर ऑपरेशन सुनिश्चित किया जा सके. जो आतंकवादी भाग रहे हैं और क्षेत्र से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे हैं., उनपर शिकंजा कसने की तैयारी है.
आतंकियों की तलाश के लिए पैरा कमांडो तैनात
सेना के पैरा कमांडो (एसपीएल फोर्स) को कठुआ के दूरदराज के माचिन्डी-मल्हार क्षेत्र में हवाई मार्ग से उतारा गया और काउंटर ऑपरेशन में तैनात किया गया. ताकि उन आतंकवादियों के खिलाफ समय पर प्रभावी काउंटर ऑपरेशन सुनिश्चित किया जा सके. जो आतंकवादी भाग रहे हैं और क्षेत्र से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे हैं., उनपर शिकंजा कसने की तैयारी है.
राजौरी में सेना के शिविर पर आतंकी हमला
एक दिन पहले ही जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के राजौरी में भारतीय सेना के शिविर पर आतंकवादी हमले का मामला सामने आया था. इस अटैक में आर्मी का एक जवान घायल हो गया था. आतंकवादियों ने सेना के शिविर पर गोलीबारी की थी. इस दौरान सतर्क सुरक्षा चौकी पर तैनात जवान भी ने आतंकवादियों पर गोलीबारी की थी. घटना के वक्त सेना का जवान घायल हो गया था. आतंकवादी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे थे.
कुलगाम में हुई थी गोलीबारी
दूसरी ओर इस हमले के कुछ घंटों बाद ही चिनिगाम गांव में गोलीबारी की एक और घटना हुई थी. सेना को लश्कर ग्रुप के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी, जिसके बाद सुरक्षा बल उस क्षेत्र में पहुंच गए थे. दोनों तरफ से गोलीबारी हुई थी. सेना को कुलगाम के इलाके में आतंकियों की मौजूदगी के बारे में खुफिया इनपुट मिला था. इसके बाद सुरक्षाबलों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया. इस दौरान सेना के जवानों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई थी.

2 महीने पहले भी हुई थी मुठभेड़
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में मुठभेड़ के मामले पहले भी सामने आए हैं. हाल ही में 6 मई को कुलगाम के रेडवानी पाइन इलाके में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हो गई थी. लश्कर के ठिकाने की मौजूदगी के बारे में एक खुफिया इनपुट के आधार पर संयुक्त बल इलाके में पहुंचे थे और तलाशी अभियान चलाया था. इस दौरान आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी थी, जिसका सुरक्षा बलों ने भी जवाब दिया था.
IAF के काफिले पर हुआ था हमला
इससे पहले जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में 4 मई को आतंकवादियों ने भारतीय वायु सेना (IAF) के काफिले पर घात लगाकर हमला किया था. सुरक्षा अधिकारियों की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक इस हमले में IAF का 1 जवान शहीद हो गया था, जबकि 4 अन्य घायल हो गए थे. अधिकारियों ने बताया था कि हमला शाम के समय तब हुआ जब वायुसेना का काफिला जिले के सुरनकोट इलाके में सनाई टॉप की ओर बढ़ रहा था.