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वैक्सीन मैत्री के तहत नेपाल, म्यांमार और बांग्लादेश भेजी जाएगी वैक्सीन, केंद्र ने दी अनुमति

सरकार के सूत्रों ने बताया कि सीरम इंस्टीट्यूट को नेपाल, म्यांमार और बांग्लादेश में 10-10 लाख कोरोना वैक्सीन की डोज भेजने की अनुमति मिली है. ये डोज वैक्सीन मैत्री के तहत भेजी जाएगी. उधर, भारत बायोटेक कोवैक्सीन की 10 लाख डोज ईरान भेजेगा.

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फाइल फोटो
फाइल फोटो
स्टोरी हाइलाइट्स
  • नेपाल, म्यांमार और बांग्लादेश में 10-10 लाख वैक्सीन की डोज भेजी जाएंगी
  • भारत बायोटेक ईरान भेजेगा वैक्सीन

सीरम इंस्टीट्यूट नेपाल, म्यांमार और बांग्लादेश में कोविशील्ड वैक्सीन भेजेगा. भारत सरकार ने इसकी अनुमति दे दी है. खास बात ये है कि वैक्सीन व्यापारिक समझौते के तहत नहीं बल्कि वैक्सीन मैत्री के तहत इन देशों को दी जाएगी. 

सरकार के सूत्रों ने बताया कि सीरम इंस्टीट्यूट को नेपाल, म्यांमार और बांग्लादेश में 10-10 लाख कोरोना वैक्सीन की डोज भेजने की अनुमति मिली है. ये डोज वैक्सीन मैत्री के तहत भेजी जाएगी. उधर, भारत बायोटेक कोवैक्सीन की 10 लाख डोज ईरान भेजेगा. 

3 करोड़ डोज यूके भेजी जाएंगी

इतना ही नहीं सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट को 3 करोड़ वैक्सीन डोज एस्ट्राजेनेका (यूके) को देने की अनुमति दी है. सूत्रों के मुताबिक, अगस्त में सीरम ने स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया से करार का हवाला देते हुए एस्ट्राजेनेका को वैक्सीन डोज देने की अनुमति मांगी थी. मांडविया ने सितंबर में ऐलान किया था कि भारत 2021 के आखिरी तिमाही में वैक्सीन मैत्री के तहत सहयोगी राज्यों को वैक्सीन डोज भेजेगा. 

सीरम ने हाल ही में बताया था कि वह अब कोविशील्ड की हर महीने 20 करोड़ डोज बनाने लगा है. अक्टूबर में यह क्षमता 22 करोड़ डोज तक होनी की संभावना है. वहीं, भारत बायोटेक अभी हर महीने 3 करोड़ वैक्सीन डोज बना रहा है. आने वाले महीनों में यह क्षमता 5 करोड़ डोज तक हो जाएगी. 

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भारत में अब तक 92.7 वैक्सीन डोज लगी

भारत में कोरोना के खिलाफ तेजी से वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है. यहां अब तक 92.7 करोड़ वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी हैं. 
 

 

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