विदेश मंत्री एस जयशंकर रविवार को कतर के दौरे पर जाएंगे और वहां के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जसीम अल थानी से मुलाकात करेंगे. दोनों नेताओं की बातचीत में व्यापार, निवेश और ऊर्जा के क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर चर्चा होगी. जयशंकर की यह यात्रा कतर द्वारा भारतीय नौसेना के 8 पूर्व कर्मियों को रिहा किए जाने के साढ़े चार महीने बाद हो रही है, जिन्हें अगस्त 2022 में गिरफ्तार किए जाने के बाद मौत की सजा सुनाई गई थी.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि यात्रा के दौरान जयशंकर कतर के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जसीम अल थानी से मुलाकात करेंगे. MEA ने कहा कि यह यात्रा दोनों पक्षों को राजनीतिक, व्यापार, निवेश, ऊर्जा, सुरक्षा, सांस्कृतिक और लोगों के बीच आपसी संबंधों के साथ-साथ आपसी हितों के क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों सहित द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा करने में सक्षम बनाएगी.
मंत्रालय ने कहा कि उम्मीद है कि जयशंकर और अल थानी गाजा में इजरायल के जारी सैन्य हमलों को लेकर पश्चिम एशिया की समग्र स्थिति पर भी विचार-विमर्श करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 से 15 फरवरी तक कतर का दौरा किया था और कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी के साथ चर्चा की थी.
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारत और कतर के बीच ऐतिहासिक और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं, जो नियमित रूप से उच्च स्तरीय यात्राओं के आदान-प्रदान से मजबूत होते हैं.