
देश के पूर्वी हिस्से में पिछले कुछ वर्षों में हुई बड़ी रेल दुर्घटनाओं ने लोको पायलटों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के संबंध में कई सवाल खड़े किए हैं. विपक्ष लगातार सरकार को इस मुद्दे पर घेर रहा है. इसको लेकर हाल ही में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक्स पर कहा था कि लोको पायलटों के ड्यूटी घंटों की सावधानीपूर्वक निगरानी की जाती है, और यात्राओं के बाद सावधानीपूर्वक आराम प्रदान किया जाता है. औसत ड्यूटी आठ घंटे से कम है. उन्होंने विपक्ष के आरोपों को भी खारिज किया.
इस बीच आजतक की टीम ने पूर्वी रेलवे द्वारा अपने कर्मचारियों के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में जाना. पूर्वी रेलवे ने अपने कर्मचारियों के आराम और दक्षता को बढ़ाने के लिए सराहनीय कदम उठाए हैं. पूर्वी रेलवे ने अपने रिटायरिंग रूम में लोको पायलटों और सहायक लोको पायलटों के लिए सुविधाओं को काफी हद तक अपग्रेड किया है. इसमें आधुनिक फुट मसाजर भी शामिल है.
फुट मसाजर से तरोताजा महसूस करेंगे कर्मचारी
इन फुट मसाजर्स को लोको पायलट के लंबे समय तक ड्यूटी करने के बाद आराम प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है. ऐसी सुविधाएं न केवल शारीरिक रिकवरी में मदद करेगी, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी सुधारने में कारगर साबित होगी, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि कर्मचारी अपनी अगली शिफ्ट के लिए तरोताज़ा हो जाएं. इसके अतिरिक्त, रिटायरिंग रूम में अब प्रीमियम क्रॉकरी सहित कई बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हैं, जो भोजन करने के अनुभव को बेहतर बनाती है. रेलवे द्वारा उठाए गए इन कदमों से न केवल कर्मचारियों का मनोबल बढ़ेगा बल्कि उन्हें मूल्यवान और सराहनीय भी महसूस होगा.
क्रू लॉबी में भी किए गए खास बदलाव
इसके अलावा क्रू लॉबी में भी बदलाव किया गया है और अब वे पूरी तरह से वातानुकूलित हैं, जो अलग-अलग मौसम की स्थितियों के बीच एक ठंडा और आरामदायक वातावरण प्रदान करेगी. कर्मचारियों के प्रबंधन को सुव्यवस्थित करने के लिए बायोमेट्रिक चेक-इन शुरू किए गए हैं, जो कर्मियों की सटीक और कुशल ट्रैकिंग सुनिश्चित करेंगे. आरओ वाटर फिल्टर और कूलर की स्थापना के साथ साफ और सुरक्षित पेयजल भी उपलब्ध कराने को प्राथमिकता दी गई है.

कर्मचारियों के लिए बनाए गए प्राइवेट क्यूबिकल्स
कर्मचारियों के आराम करने के लिए रिटायरिंग रूम में प्राइवेट क्यूबिकल्स भी बनाए गए हैं, जिससे कर्मचारी बिना किसी व्यवधान के आराम कर सकते हैं. ये क्यूबिकल्स यह सुनिश्चित करने के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है कि कर्मियों को गुणवत्तापूर्ण नींद मिले, जो ड्यूटी पर उच्च स्तर की सतर्कता और सुरक्षा बनाए रखने के लिए जरूरी है. इसके साथ ही महिला कर्मचारियों के लिए अलग से रिटायरिंग रूम स्थापित किए गए हैं, जो प्राइवेसी और सिक्योरिटी प्रदान करते हैं.
रेल प्राधिकरण का कहना है कि पूर्वी रेलवे के सभी क्रू लॉबी अब वातानुकूलित हैं और इनमें बायोमेट्रिक द्वारा चेक-इन, आरओ वाटर फिल्टर और कूलर, 5 स्टार स्टैंडर्ड रेस्ट रूम, फर्नीचर और फुट मसाजर जैसी सुविधाएं हैं, जो रनिंग स्टाफ के आराम के स्तर को बढ़ाने के लिए सुरक्षा निधि से उपलब्ध कराई गई हैं.
रेस्ट रूम, मेडिटेशन रूम, मसाज चेयर जैसी सुविधाएं भी
अधिकारियों का कहना है कि वर्तमान में पूर्वी रेलवे में 26 क्रू लॉबी हैं, जिनमें से अधिकांश में क्रू बुकिंग और क्रू वेटिंग दोनों की सुविधा है. लोको पायलट, सहायक लोको पायलट, ट्रेन मैनेजर, मोटर मैन, गार्ड और सभी रनिंग स्टाफ रेलवे के लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं और उन्हें लगातार ड्यूटी के बीच उचित आराम के लिए सभी तरह की सुविधाएं प्रदान की गई हैं. शांत वातावरण में रेस्ट रूप के अलावा, उनके आराम के स्तर को बढ़ाने के लिए क्रू रेस्ट रूम में मेडिटेशन रूम, योग रूम, मसाज चेयर्स आदि प्रदान की जाती हैं. इसके अलावा, उनके कामकाजी ज्ञान को बढ़ाने के लिए क्रू बुकिंग लॉबी और रेस्ट रूम परिसर में शिक्षाप्रद वीडियो, सिमुलेटिंग मॉड्यूल आदि भी उपलब्ध हैं.

इन जगह सुविधाओं का लाभ उठा सकेगा स्टाफ
पूर्वी रेलवे में क्रू चेंजिंग के सभी प्रमुख स्टेशनों पर ऐसी सुविधाएं उपलब्ध हैं. जैसे की हावड़ा डिवीजन में हावड़ा, बंदेल, बर्धमान, अजीमगंज, रामपुरहाट आदि, सियालदह डिवीजन में सियालदह, कोलकाता, दमदम इन, नैहाटी, राणाघाट आदि, आसनसोल डिवीजन में आसनसोल, जसीडीह, मधुपुर, दुमका आदि, मालदा डिवीजन में मालदा टाउन, भागलपुर, जमालपुर, साहिबगंज. इन सभी जगह ये हाईफाई सुविधाएं उपलब्ध हैं.
होटल जैसा माहौल देने की कोशिश: अधिकारी
आजतक से बात करते हुए पूर्वी रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) कौशिक मित्रा ने बताया, “हमारे लोको और सहायक लोको पायलटों का आराम हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है. ये व्यवस्था इसलिए की गई है ताकि वे अपने व्यस्त कार्यक्रम के बीच आराम कर सकें. हम क्रू लॉबी रूम को अपग्रेड कर रहे हैं, उन्हें एसी में बदल रहे हैं ताकि उपयोगकर्ताओं को होटल का माहौल मिल सके. हम क्रू लॉबी रूम में डॉरमेट्री को खत्म कर रहे हैं और हर कमरे में दो बेड लगा रहे हैं. कमरे महिला और पुरुष रेलवे कर्मचारियों के लिए अलग-अलग हैं.”
उन्होंने बताया, "इसके अलावा मेडिटेशन के लिए समर्पित कमरे हैं. हमने लोको पायलटों के लिए योग ट्रेनर नियुक्त किए हैं. लोको पायलटों को सेक्शन पर सावधानियों और रेलवे रखरखाव के बारे में ट्रेनिंग दी जाएगी. यह ब्रीफिंग अपग्रेडेड क्रू लॉबी में उनके आराम के दौरान होगी."