दिल्ली में स्कूल यूनिफॉर्म को लेकर आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के बीच टकराव शुरू हो गया है. दरअसल पूरा मामला दिल्ली नगर निगम के स्कूलों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स की यूनिफॉर्म के लिए दिए जाने वाले फंड को लेकर है.
आम आदमी पार्टी के पार्षद और नेता मुकेश गोयल ने दावा किया है कि एमसीडी स्कूलों के छात्रों की यूनिफॉर्म के पैसों में 'आप' की निगम सरकार ने कोई कटौती नहीं की है. वहीं, भाजपा प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने बयान जारी कर आरोप लगाया कि दिल्ली नगर निगम द्वारा छात्रों को वितरित यूनिफॉर्म भत्ते को भाजपा शासनकाल में दिये जाने वाले 1100 रूपए से घटाकर 600 रूपए कर दिया गया है.
दिल्ली नगर निगम के नेता सदन मुकेश गोयल का कहना कि भाजपा के नेताओं ने कल दिल्ली सरकार और मेयर के ऊपर झूठे आरोप लगाए हैं. बच्चों को यूनिफॉर्म के लिए मिलने वाले पैसों में हमारी तरफ से कोई कटौती नहीं की गई है. एमसीडी में 2022-23 में स्पेशल ऑफिसर नियुक्त थे. उनकी जिम्मेदारी बच्चों को समय से यूनिफॉर्म उपलब्ध करवाने की थी.
उन्होंने कहा कि सर्वशिक्षा अभियान के तहत एससी-एसटी बच्चों को यूनिफॉर्म के लिए 600 रुपए मिलते थे. दिल्ली सरकार 500 रुपए मिलाकर देती थी. इस तरह छात्रों को 1100 रुपए मिलते थे. लेकिन पिछले साल आदेश आया कि 600 रुपए जो केंद्र सरकार की तरफ से मिलता है, वह सीधे बच्चों के खाते में जाएगा. ऐसे में स्पेशल ऑफिसर की जिम्मेदारी थी कि 500 रुपए साथ के साथ ट्रांसफर करवाएं. ऐसे में 'आप' की निगम सरकार ने कोई कटौती नहीं की है.
आम आदमी पार्टी के नेता ने कहा कि यह गलती भाजपा की केंद्र सरकार की तरफ से बिठाए गए स्पेशल ऑफिसर की थी. उससे आम आदमी पार्टी का कोई लेना देना नहीं था क्योंकि दिसंबर 2022 में चुनाव हुए और जनवरी 2023 में पार्षदों ने शपथ ली थी. पहले बच्चों को जो 1100 मिलते थे उसी तरह 2023-24 में भी 1100 रुपए मिलेंगे. इसके अंदर 'आप' की निगम सरकार द्वारा कोई कटौती नहीं की गई है. भाजपा के लोग केवल दुष्प्रचार करते हैं. वह कोई मुद्दा ना मिलने पर इस तरह का झूठा प्रचार करते हैं.
दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने बयान जारी कर कहा है कि दिल्ली नगर निगम में नेता सदन मुकेश गोयल की पत्रकार वार्ता में उनकी बौखलाहट साफ नजर आ रही थी. स्कूल छात्रों के यूनिफॉर्म भत्ते में कटौती और इस साल नोटबुक और कॉपी नहीं बांटे जाने की पोल खुलने से बौखलाई हुई आम आदमी पार्टी अब अफसरों पर दोषारोपण कर बचना चाह रही है.
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि 22 फरवरी 2023 को आम आदमी पार्टी की मेयर शैली ओबरॉय ने नगर निगम में सत्ता संभाली थी, जिसके बाद अप्रैल और मई 2023 में दिल्ली नगर निगम द्वारा छात्रों को वितरित यूनिफॉर्म भत्ते को भाजपा शासनकाल में दिये जाने वाले 1100 रुपए से काटकर 600 रुपये कर दिया था. ऐसे मे यह कैसे मुमकिन है कि मेयर या स्वंय नेता सदन को यह जानकारी नहीं हुई कि शिक्षा विभाग ने यूनिफॉर्म भत्ते में लगभग 50 प्रतिशत की कटौती कर दी है.
भाजपा प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि आम आदमी पार्टी नेता बतायें कि यदि यूनिफॉर्म भत्ते में कटौती और सामान्य वर्ग के लाखों बच्चों को यूनिफॉर्म भत्ते से वंचित करने का निर्णय अधिकारियों का था तो मेयर और नेता सदन ने अधिकारियों पर क्या कार्रवाई की?