तूफान तौकते (Cyclone Tauktae) की चपेट में आए जहाज बार्ज पी-305 (Barge P305) में सवार 50 से अधिक लोगों के शव बरामद किये जा चुके हैं, जबकि दर्जनों लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं. अरब सागर में खोज और बचाव अभियान चल रहा है. इस बीच पेट्रोलियम मंत्रालय के सूत्रों की ओर से रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर नया अपडेट जारी किया गया है.
नए अपडेट के मुताबिक, साइक्लोन के वक्त 5 तैरते जहाजों में कुल 714 कर्मी प्रभावित हुए. तीन जहाजों के सभी 440 चालक दल (सागर भूषण, Gal कंस्ट्रक्टर और SS-3) सुरक्षित लौटे. जिन दो डूबे हुए जहाजों (पी-305 और Varaprada) में चालक दल की संख्या 274 थी, उनमें से अब तक Varaprada से 188 लोगों को बचाया गया है. नौसेना से मिली जानकारी के अनुसार कुल 66 शव बरामद किये गए हैं. जबकि 21 लोग अब भी लापता हैं.
Barge P305 हादसे को लेकर केंद्र सरकार ने जांच का आदेश दिया है. केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय ने तौकते की वजह से ओएनजीसी के जहाजों के फंसे होने की घटनाओं को लेकर एक उच्च-स्तरीय समिति के गठन का आदेश दिया है. फिलहाल भारतीय नौसेना और तटरक्षक जहाज व हेलिकॉप्टर के साथ-साथ ओएनजीसी के पोत लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं.
उधर, शिवसेना ने अपने संपादकीय सामना में इस मसले को लेकर पेट्रोलियम मंत्री पर सवाल उठाए हैं. शिवसेना ने कहा है कि पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान कहां हैं? क्या वह इस हादसे की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देंगे? सामना ने लिखा कि हादसे का पूर्वानुमान होने के बावजूद मंत्रालय ने एहतियातन क्या उपाय किए, इसकी जांच होना जरूरी है.
इससे पहले मुंबई के पास अरब सागर में डूबे बार्ज P305 को लेकर मुंबई पुलिस ने नाव के कैप्टन राकेश बल्लव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. राकेश बल्लव पर चीफ इंजीनियर ने लापरवाही का आरोप लगाया था, जिसके चलते सैकड़ों लोगों की जान मुश्किल में आ गई थी.