भाजपा और कांग्रेस के बीच सियासी जंग एक बार फिर से गर्म होती दिख रही है. इस बार विवाद की जड़ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का बयान है, जिसमें उन्होंने भाजपा को 'आतंकी पार्टी' कह दिया था. खड़गे के बयान पर अब भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.
भाजपा नेता और सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने खड़गे के बयान पर पलटवार करते हुए कहा, "कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान से उनकी मानसिकता का पता चलता है. अगर खड़गे खुद को प्रगतिशील कहते हैं और प्रधानमंत्री मोदी उन्हें शहरी नक्सली करार देते हैं, तो मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या चार शादियां, ट्रिपल तलाक, मेहरम, हलाला और हिजाब प्रगतिशील हैं? इन सबका समर्थन करना और केवल हिंदू धर्म के खिलाफ अनुचित बयान देना आपकी पार्टी की शहरी नक्सली मानसिकता को दर्शाता है."
उन्होंने आगे कहा, "हरियाणा में खड़गे जी की नीतियों ने एससी/एसटी के हालात बिगाड़े हैं, और कांग्रेस कितनी भी कोशिश कर ले, वह जनता के सामने पूरी तरह बेनकाब हो चुकी है."
इसके अलावा भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा. सोशल मीडिया साइट X पर मनोज तिवारी ने कांग्रेस पर शहरी नक्सलवाद का आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी लोगों को धर्म और जाति के आधार पर बांटती है, झूठी जानकारी फैलाती है और हिंसा को उकसाती है. उन्होंने कांग्रेस पर देश की संवैधानिक व्यवस्था और लोकतंत्र को कमजोर करने का भी आरोप लगाया है.
इससे पहले मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने बयान में कहा था, "जो लोग ट्राइबल लोगों को लाकर रेप करते हैं, उन लोगों को ये लोग सपोर्ट करते हैं, ऊपर से कहते दूसरों को हैं. मोदी की गवर्नमेंट जहां भी है एससी और ट्राइबल्स पर अत्याचार होता है. देश और लोगों के बारे में कम बोलते हैं, पार्टी के बारे में ज्यादा बोलते हैं."
कांग्रेस अध्यक्षने कहा था, "हरियाणा में जो कुछ भी हुआ, हम उस घटना के संबंध में एक बैठक कर रहे हैं, एक बार रिपोर्ट आने के बाद यह साफ हो जाएगा कि क्या करने की जरूरत है और यह कैसे हुआ. पूरा देश और यहां तक कि बीजेपी भी कह रही थी कि कांग्रेस जीतेगी, लेकिन उसके बाद भी, वे कौन से कारक थे जिनके कारण कांग्रेस हार गई? जीत के दौरान, बहुत से लोग होंगे जो इसका श्रेय लेंगे और हार के दौरान, बहुत से लोग होंगे जो इसकी आलोचना करेंगे."