इस साल अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरू हुई, जो 31 अगस्त तक चलेगी. इस साल की तीर्थयात्रा 62 दिनों की होगी, जो अब तक की सबसे लंबी होगी. रविवार यानी 9 जुलाई को मौसम में सुधार होने के बाद 6491 यात्रियों के जत्थे ने पवित्र गुफा में दर्शन किए. गुफा में दर्शन करने वाले यात्रियों में 4700 पुरुष, 1456 महिलाएं, 213 बच्चे, 116 साधु और 6 साध्वियां शामिल थीं. अमरनाथजी यात्रा में आज तक 93929 तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए हैं.
अमित शाह ने NDRF और SDRF की सराहना की
बता दें कि मौसम खराब होने की वजह से अमरनाथ यात्रा रोकी गई थी. भारी बारिश की वजह से अमरनाथ यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों को रुकने की सलाह दी गई थी. यात्रा दोबारा शुरू होने पर गृह मंत्री अमित शाह ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की सराहना की. उन्होंने ट्वीट करके कहा कि सभी बाधाओं के बावजूद राष्ट्र और मानवता की सेवा में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ हमेशा तत्पर रहे हैं. प्रत्येक तीर्थयात्री को सुरक्षित अमरनाथ यात्रा कराने करने के हमारे लक्ष्य को पूरा करने में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही है.
अमित शाह ने कहा कि पवित्र तीर्थस्थल से वापस लौटते समय एक एसडीआरएफ जवान द्वारा एक महिला यात्री को हिमालय के दुर्गम इलाके से 3 किमी तक अपनी पीठ पर ले जाते हुए एक तस्वीर साझा की जा रही है. मैं नागरिकों के लिए सुरक्षा का प्रतीक बनने के लिए उनकी सराहना करता हूं.
यात्रा के दौरान ध्यान रखें ये बातें
अमरनाथ यात्रा का ट्रेक काफी मुश्किल है. ऐसे में कम उम्र के बच्चों और 70 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को यात्रा पर न ले जाएं. अमरनाथ यात्रा के दौरान यहां का मौसम काफी ज्यादा ठंडा रहता है. इसके लिए गर्म कपड़े और छतरी जरूर लेकर जाएं. इसके अलावा टॉर्च, वॉटरप्रूफ ट्रेकिंग शूज, रेनकोट भी ले जाना ना भूलें.
अमरनाथ यात्रा के दौरान पूरे कपड़े पहनें. उदाहरण के लिए, सलवार कमीज, पैंट शर्ट या ट्रैक सूट पहनें. साड़ी पहनने से बचें, वरना आपको चढ़ाई के दौरान काफी मुश्किल हो सकती है. इसके अलावा, यात्रा के दौरान अच्छे ट्रेकिंग शूज पहनें. चप्पल पहनने की गलती ना करें क्योंकि बारिश के दौरान रास्ते काफी फिसलन भरे हो जाते हैं.
अमरनाथ यात्रा के दौरान भूलकर भी ना करें ये काम
अमरनाथ यात्रा एक कठिन ट्रेक है. इसलिए, विभिन्न स्थानों पर चेतावनी लिखी गई है. आपको नियमों का पालन करना चाहिए और यात्रा के दौरान इसे ध्यान में रखना चाहिए. इन नियमों को इग्नोर करने की गलती ना करें. गुफा तक पहुंचने के लिए कोई शॉर्ट कट नहीं है. इस दौरान अगर आप शॉर्ट कट लेने की सोचते हैं तो इससे आपकी जान को खतरा हो सकता है. इससे बचें.
यात्रा के दौरान अपने आसपास की जगह और पर्यावरण को साफ रखें. अमरनाथ यात्रा को पवित्र माना जाता है, इस दौरान किसी भी नशीले पदार्थ और मांसाहारी भोजन के सेवन से परहेज करें. यह सख्ती से प्रतिबंधित है. इस दौरान मांस-मदिरा का सेवन करने की गलती ना करें.