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केरल में 'जेंडर इक्वालिटी' की ओर बड़ा कदम, 100 साल पुराने इस गर्ल्स स्कूल में अब लड़कों को भी मिलेगा एडमिशन

केरल के कोझिकोड जिले के मडापल्ली गर्ल्स हायर सेकंडरी स्कूल में अब लड़कों को भी एडमिशन दिया जाएगा. 1920 में इस स्कूल को शुरू किया गया था और उसके बाद इसे लड़कों और लड़कियों के लिए अलग-अलग कर दिया गया था.

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केरल के गर्ल्स स्कूल में अब लड़कों को भी मिलेगा एडमिशन. (फाइल फोटो-Getty)
केरल के गर्ल्स स्कूल में अब लड़कों को भी मिलेगा एडमिशन. (फाइल फोटो-Getty)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कोझिकोड जिले में स्थित है स्कूल
  • 1920 में स्थापित हुआ था स्कूल

केरल ने जेंडर इक्वालिटी (Gender Equality) की ओर एक बड़ा कदम उठाया है. केरल सरकार ने सरकारी गर्ल्स स्कूल (Government Girls School) में अब लड़कों को भी एडमिशन देने का फैसला लिया है. ये फैसला कोझिकोड जिले के मडापल्ली गर्ल्स हायर सेकंडरी स्कूल के लिए लिया गया है, जहां जल्द ही को-एड सिस्टम लागू हो जाएगा.

शुक्रवार को केरल के शिक्षा मंत्री वी शिवानकुट्टी (V Sivankutty) ने इसे मंजूरी दी. स्कूल में को-एड सिस्टम लागू करने का फैसला स्कूल पीटीए और टीचर्स ने मिलकर लिया था. 

1920 में इस स्कूल को मडापल्ली गवर्नमेंट फिशरीज स्कूल के रूप में स्थापित किया गया था. बाद में बड़ी संख्या में छात्रों के आने के कारण इसे दो स्कूल में तब्दील कर दिया गया था. एक स्कूल लड़कों के और दूसरा स्कूल लड़कियों के लिए बना दिया गया. 

कुछ सालों बाद इन दोनों स्कूलों को अपग्रेड किया गया जिसके बाद मडापल्ली गवर्नमेंट वोकेशनल हायर सेकंडरी स्कूल और मडापल्ली गवर्नमेंट गर्ल्स हायर सेकंडरी स्कूल के रूप में जाना जाने लगा. 

अब लड़कियों के स्कूल में लड़कों को एडमिशन की अनुमति तब जाकर मिली है जब लंबे वक्त से इस बात की छिड़ रही थी क्यों न सभी स्कूलों में को-एड सिस्टम को लागू कर दिया जाए. 

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केरल के शिक्षा मंत्री वी शिवानकुट्टी ने कहा कि ये LDF सरकार का कर्तव्य है कि वो इस तरह के आंदोलनों और लोगों की मांग का समर्थन करे. उन्होंने कहा, 'जेंडर जस्टिस, जेंडर इक्वालिटी और जेंडर अवेयरनेस की दिशा में ये एक और बड़ा कदम है.'

 

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