आज हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताएंगे जो एक साधारण टीचर है लेकिन अपने दम पर 40 बच्चों को पालपोस कर बड़ा कर रही है. सभी बच्चे उन किसानों के हैं जिन्होंने कर्ज के चलते खुदकुशी कर ली. पर इन्हें वो सब कुछ मिल रहा है जो इस उम्र में सामान्य बच्चे के लिए जरूरी होता है. इसका श्रेय जाता है हिंगोली की सेवा सदन की संचालिका मीरा कदम को.दिव्यांग मीरा कदम जिला परिषद स्कूल में पढ़ाती हैं. अपनी सैलरी का ज्यादातर हिस्सा वो इन बच्चों को पढ़ाई, खिलाना-पढाना और उन्हें योग्य बनाने में खर्च करती हैं. ये सभी बच्चे हिंगोली जिले के ही हैं. मीरा कदम ने किराए पर एक बड़ी जगह ले रखी है. जहां वो अपने परिवार के साथ रहती हैं इन बच्चों की देखभाल के लिए दो केयरटेकर रखे हैं. सभी बच्चे स्कूल जाते हैं. हॉस्टल में मीरा बच्चों को पढ़ाती हैं और बड़े बच्चे भी छोटे बच्चों को पढ़ाते हैं. हिंगोली महाराष्ट्र के मराठवाड़ा में आता है. पिछले साल मराठवाडा में 600 से ज्यादा किसानों ने कर्ज और अकाल सें परेशान होकर खुदख़ुशी की थी.