एनडीए में शामिल होने की चर्चाओं को सिरे से खारिज करते हुए शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बुधवार को कहा कि ये मुद्दों को भटकाने वाली अफवाहें हैं. राहुल गांधी की बात दोहराते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि केंद्र की वर्तमान गठबंधन सरकार में सबकुछ ठीक नहीं और यह ज्यादा तक सत्ता में बरकरार नहीं रहेगी. उद्धव ठाकरे शनमुकानंद हॉल में पार्टी के 58वें स्थापना दिवस पर कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे, जबकि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने एनएससीआई डोम में अपनी पार्टी शिवसेना का स्थापना दिवस मनाया.
अपने संबोधन में उद्धव बीजेपी पर आक्रामक दिखे. उन्होंने कहा, 'महाराष्ट्र में महायुति की हार के बाद बीजेपी और उनके सहयोगी यह कहकर ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं कि मैं एनडीए में शामिल होने के लिए बातचीत कर रहा हूं, वे कहते हैं कि मैं उनके साथ आऊंगा? मैं आपसे पूछता हूं कि क्या मुझे ऐसा करना चाहिए. उन नालायकों के पास जाना चाहिए जिन्होंने हमें खत्म करने की कोशिश की? वे भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं'.
टीडीपी और जेडीयू के साथ गठबंधन को लेकर उद्धव ठाकरे ने मोदी सरकार की आलोचना की और कहा कि केंद्र की मौजूदा सरकार गिर जानी चाहिए. उन्होंने कहा, 'मैंने लोकसभा में हारने वाले उम्मीदवारों को सम्मानित किया है. क्योंकि अगर देश में मध्यावधि चुनाव होते हैं, तो ये उम्मीदवार चुने जाएंगे. इस सरकार को गिर जाना चाहिए. इंडिया गुट की सरकार बनेगी. मोदी ने सत्ता के लिए हिंदुत्व छोड़ दिया है. क्या चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार हिंदुत्ववादी हैं? उन्होंने अपने चुनावी घोषणापत्र में अपने राज्यों में मुसलमानों से बहुत सारे वादे किए हैं'.
उद्धव ठाकरे ने कहा, 'क्या मोदीजी उनकी मांगें पूरी करेंगे? इसलिए मैं कहता हूं कि इस सरकार को गिर जाना चाहिए. क्या यह अप्राकृतिक गठबंधन नहीं है? उन्होंने कहा कि हमारा एमवीए अप्राकृतिक है. नीतीश ने कहा था, संघ मुक्त भारत. चंद्रबाबू को मोदी ने यू टर्न बाबू कहा था. चंद्रबाबू ने कहा, मोदी आतंकवादी हैं. मांझी ने कहा था कि राम सीता दार्शनिक चरित्र हैं. अब ये सभी गठबंधन में एकसाथ हैं. हमें हिंदुत्व मत सिखाओ. देश जानना चाहता है कि मोदी ने हिंदुत्व क्यों छोड़ा'.
बीजेपी का समर्थन करने के लिए मनसे प्रमुख राज ठाकरे पर परोक्ष हमला करते हुए उद्धव ने कहा, 'इस चुनाव ने साबित कर दिया है कि कौन हमारे साथ है और कौन हमारे खिलाफ है. सिर्फ इसलिए कि वे उद्धव ठाकरे को नहीं चाहते थे, उन्होंने बिना शर्त भाजपा को समर्थन दिया. मैं लोगों के लिए लड़ता हूं. कुछ उम्मीदवार हार गए हैं. लेकिन हमने साबित कर दिया है कि मोदी को हराया जा सकता है. कुछ को गद्दार के रूप में याद किया जाएगा और कुछ को वफादार के रूप में'.